भोपाल। मध्य प्रदेश में दुष्कर्म के मामले पिछले एक साल में तेज़ी से बढ़े हैं। 2020 के दौरान प्रदेश में ऐसी वारदात 2019 के मुकाबले लगभग दोगुनी हो गई हैं। बीते साल कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण महीनों तक लोगों के घरों में बंद रहने के बावजूद मध्य प्रदेश में हर रोज बलात्कार की 13 वारदात सामने आईं। पिछले कुछ वर्षों के दौरान कानूनी प्रावधानों को और सख्त बनाए जाने के बावजूद यह स्थिति देखने को मिल रही है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में बेटियां कितनी सुरक्षित हैं इसके हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं। स्टेट क्राइम रिकॉर्ड के मुताबिक राज्यभर में साल 2020 में 4,552 बलात्कार की घटनाएं दर्ज की गई। यानी औसतन हर दिन प्रदेश में बलात्कार की 13 संगीन वारदात को अंजाम दिया गया। हैरान करने वाली बात यह है कि साल 2019 के मुकाबले 2020 में रेप की घटनाएं लगभग दोगुनी बढ़ी हैं।

महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपहरण और छेड़छाड़ जैसे अन्य अपराधों के आंकड़े भी होश उड़ाने वाले हैं। राज्यभर में बीते साल महिलाओं के खिलाफ अपराध की कुल मिलाकर 49 हजार से ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं। यानी औसतन हर रोज 137 महिलाओं के साथ अपराध किए गए। अपहरण के मामले में तो यह आंकड़ा और भी डरावना है। क्राइम रिकॉर्ड के मुताबिक साल 2020 में कुल 6,949 महिलाओं का अपहरण किया गया। औसत देखा जाए तो हर रोज प्रदेश में करीब 20 महिलाओं का अपहरण हुआ।

विपक्ष ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की इस दशा को लेकर शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस ने ट्वीट किया है, 'शव'राज की एक और कामयाबी, —प्रदेश फिर दुष्कर्म में नंबर 1 बनेगा; - मध्यप्रदेश को बनाया अपराध का गढ़ 12 महीनों में 4532 दुष्कर्म की घटना, प्रतिदिन 137 महिलाओं के साथ घटना शिवराज जी, और कितनी शर्मिंदगी तक ले जाएंगे..? "शवराज का जंगलराज" 

मध्य प्रदेश पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी क्राइम रिकॉर्ड के मुताबिक राज्य में जनवरी में 372, फरवरी में 365, मार्च में 358, अप्रैल में 206, मई में 357 जून में 434 जुलाई में 439, अगस्त में 382, सितंबर में 418, अक्टूबर में 486, नवंबर में 376 और दिसंबर में दुष्कर्म के 339 मामले दर्ज किए गए। हैरान करने वाले यह आंकड़े तब हैं जब मध्य प्रदेश सरकार ने बलात्कारियों को फांसी की सजा देने का ऐलान किया है। 

मध्य प्रदेश में महिलाओं के अपहरण के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। साल 2020 के दौरान प्रदेश में हर दिन औसतन 20 महिलाओं का अपहरण हुआ। आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में 675, फरवरी में 773, मार्च में 645, अप्रैल में 207, मई में 381,  जून में 624, जुलाई में 566, अगस्त में 569, सितंबर में 638, अक्टूबर में 601, नवंबर में 659 और दिसंबर में 611 अपरहण किए गए।