भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने सीएम चौहान पर जमकर निशाना साधा। डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि, 'जालिम तानाशाह CM शिवराज सत्र नहीं चलाने दे रहे। विपक्ष की बात नहीं सुन रहे। जब तक सरकार स्थगन लाकर आदिवासी मुद्दों पर चर्चा नहीं कराती, विपक्ष सदन की कार्यवाही नहीं चलने देगा। अंतिम सत्र है। सरकार सौहाद्र से सदन को चलाए।'

कूनो में चीते तेजस की मौत पर गोविंद सिंह ने कहा, सरकार ने चीतों को लाने में 100 करोड़ रुपए खर्च किए। देखरेख पर ध्यान नहीं दे रही। रिपोर्ट्स के मुताबिक विधानसभा में आज अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। इस बार सप्लीमेंट्री बजट करीब 25 हजार करोड़ रुपए का हो सकता है। इसमें लाड़ली बहना योजना, छात्रों को स्कूटी देने जैसी तमाम योजनाओं के लिए बजट का प्रावधान किया जाएगा। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा अनुपूरक बजट सदन में पेश करेंगे।

बहरहाल, सत्र शुरू होते ही छतरपुर से कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी ने पहला मामला उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई एकड़ ऐसी जमीन है, जो निजी है, उसे वन विभाग अपनी बताता है। विधानसभा अध्यक्ष ने इसपर वन मंत्री विजय शाह से कहा कि आपके अधिकारियों ने अलग-अलग जवाब दिए हैं, यह ठीक नहीं है। इसपर कांग्रेस विधायकों ने कहा कि ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, वन मंत्री ने कहा कि जमीन के जो पट्टे निरस्त हुए हैं, उनकी गंभीरता से जांच की गई है।

बता दें कि सोमवार से शुरू हुए इस सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने आदिवासी उत्पीड़न और सतपुड़ा अग्निकांड के मुद्दे पर हंगामा किया। सीधी पेशाब कांड पर चर्चा की मांग की। हालात ऐसे बने कि सदन में दोनों पक्षों ने हंगामा शुरू कर दिया और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। आज भी सदन में विपक्ष आदिवासियों के साथ हुई उत्पीड़न की घटनाओं और सतपुड़ा अग्निकांड जैसे मुद्दे पर हंगामा कर सकता है।