रीवा। अमेरिका से अच्छी सड़कों का दावा वाले मध्य प्रदेश में सिस्टम को शर्मसार करने वाला एक और वीडियो सामने आया है। यहां रीवा जिले में पक्की सड़क न होने के कारण एक पुत्र अपने बीमार पिता को खाट के सहारे अस्पताल लेकर गया। बताया जा रहा है कि मुख्य सड़क से गांव के 3-4 किलोमीटर दूर है। ऐसे में सड़क तक जाने के खाट ही एक मात्र सहारा होता है।



मामला रीवा जिले के सोनौरा गांव का है। ग्रामीण रोहित सिंह बघेल के मुताबिक पिछले दिनों उनके पिता का एक्सीडेंट होने के बाद निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।  अस्पताल ने उन्हें कुछ दिन बाद ऑपरेशन करने का डेट दिया था। खाट पर ले जाने का वीडियो ऑपरेशन वाले दिन का ही है। ऑपरेशन कराने के लिए वे गांव के अन्य लोगों की मदद से अपने पिता को खाट पर लेकर अस्पताल गए थे। 





रोहित ने बताया कि गांव से मुख्य सड़क 3-4 किलोमीटर दूर है। यहां आने के लिए अन्य दिनों के मुकाबले बरसात के दिनों में ज्यादा तकलीफ होती है। जब खेत सूखे होते हैं तब तो गाड़ियां आ भी जाति है लेकिन बरसात में मरीजों को ले जाने के लिए खाट के अलावा कोई विकल्प नहीं है। रोहित के मुताबिक स्थानीय विधायक राजेन्द्र शुक्ला जब गांव आए थे तो उन्होंने सड़क बनवाने का आश्वासन दिया था। हालांकि, अबतक सड़क नहीं बनी है।



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बता दें कि सोनौरा गांव जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह समस्या अकेले सोनौरा गांव की नहीं है बल्कि जिले के अधिकांश गांव ऐसे ही हालातों से जूझ रहे हैं। उधर राज्य सरकार ने रीवा को महानगरों की तरह विकसित करने का वादा किया है। हालांकि, जमीनी हालातों को देखकर महानगर की बात हास्यास्पद लगती है।