मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल के कुछ जिलों को छोड़कर बाकी पूरे प्रदेश में मानसून मेहरबान है। भोपाल में जून के कोटे से दो गुने से ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है। मौसम विभाग ने उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, बालाघाट और रायसेन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं भोपाल, सागर संभाग के कुछ जिलों और उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, बालाघाट और मंडला के कुछ जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला से मिली जानकारी के अनुसार बादलों के बीच जब ठंडी और गर्म हवा आपस में मिलती है, तो एक कम दबाव का क्षेत्र बनता है। उस सिस्टम से निकलने वाली पट्टी को द्रोणिका कहते हैं। इसमे अचानक ही मौसम में बदलाव हो जाता है और तेज हवा के साथ बारिश होती है। यह द्रोणिका अभी शिवपुरी और सीधी से होकर गुजर रही है। इसके चलते पूर्वी मध्यप्रदेश में बारिश के आसार हैं। वहीं ग्वालियर में अगले 2-3 दिन तक केवल गरज चमक के साथ बारिश होगी। ग्वालियर चंबल अंचल को जोरदार बारिश के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। इस बीच आंशिक रुप से बादल छाए रहेंगे।

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जबलपुर संभाग के अनेक स्थानों पर गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं रीवा, शहडोल, भोपाल संभाग के कुछ जिलों में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं सागर, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर और चंबल संभाग के कुछ जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है।

पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के उज्जैन और जबलपुर संभाग के कुछ जिलों में बारिश दर्ज की गई। आलोट में 10, सेमी, रीठी 09 सेमी, पन्ना, धनौरा 07 सेमी, मुरैना, जौरा 06, बहोरीबंद, सुसनेर, अजयगढ़, बड़ौद आगर, पवई, सारंगपुर, मलाजखंड में 5 सेमी, पिपलौदा, पंधाना, जोबट, ब्यावरा, उमरिया, कटनी, अमरवाड़ा, गुनौर में 4 सेमी, मझौली, परसिया, विजयराघौगढ़ तेंदूखेड़ा सिहोरा, मोहनखेड़ा, पटेरा, उज्जैन, सोनकच्छ सुवासरा, बैतूल, सैलाना, बागली, नसरुल्लागंज, मुलताई में 3 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई।