भोपाल। दिवाली में पटाखे जलने के कारण प्रदेश वासी प्रदूषित हवा में गुजर बसर कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में सबसे ज़हरीली हवा से ग्वालियर के लोग जूझ रहे हैं। ग्वालियर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 304 पर पहुंच गया है। प्रदूषित हवा के मामले में ग्वालियर के बाद दूसरा सबसे प्रदूषित शहर जबलपुर है। 

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट के मुताबिक जबलपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 293 है। वहीं कटनी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 250 पर है। जबकि राजधानी भोपाल में एयर क्वालिटी इंडेक्स 185 और इंदौर में 165 है। इन दोनों ही शहर में हवा गुणवत्ता सामान्य है। वहीं देवास में एयर क्वालिटी इंडेक्स 96 है, जो कि संतोषजनक है। 

दिवाली के बाद से ज़हरीली हुई ग्वालियर की हवा 

विशेषज्ञों के मुताबिक ग्वालियर में दिवाली के त्यौहार के बाद से ही प्रदूषण के स्तर में इजाफा हुआ है। जिसका प्रमुख कारण पटाखों को माना जा रहा है। एयर इंडिया इंडेक्स का ट्रेंड इस बात की गवाही दे रहा है। 26 अक्टूबर को ग्वालियर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 162 बना हुआ था।

लेकिन जैसे जैसे दिवाली का समय करीब आया वैसे ही AQI में इजाफा होता गया। दिवाली को बीते हुए एक हफ्ते से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन ग्वालियर का AQI 300 के पार बना हुआ है। ग्वालियर में पटाखों के साथ साथ ट्रैफिक बढ़ने को प्रदूषण में बढ़ोतरी का बड़ा कारण माना जा रहा है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी परिस्थिति में लोगों को घर से ज्यादा बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। हवा प्रदूषित होने के कारण सबसे अधिक खतरा अस्थमा के मरीजों को होता है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को सांस लेने में ज़रा भी तकलीफ होती है, तो उसे बिना देरी किए हुए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।