भोपाल। देश भर में चल रहा SIR का काम विवादों में है। मध्य प्रदेश में भी मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया में बड़े स्तर पर अनियमितताएं सामने आ रही है। इसी बीच अब विपक्ष ने दावा किया है कि भाजपा पदाधिकारियों की BLO के सहयोगी के रूप में नियुक्ति की जा रही है। कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र का अपमान करार दिया है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि चुनाव आयोग के बाद अब प्रशासन भी सत्ता और संगठन की खुली कठपुतली की तरह नाचता दिखाई दे रहा है। दतिया कलेक्टर ने SIR के नाम पर बीएलओ के सहयोगी बनाकर जो आधिकारिक आदेश जारी किया है उसमें पूर्व मंडल अध्यक्ष सहित कई भाजपा पदाधिकारियों की नियुक्ति सत्ता के दबाव की सबसे बेहूदी मिसाल है। 

पटवारी ने आगे कहा कि भाजपा सरकार SIR को “संवैधानिक प्रक्रिया” बताती है, लेकिन असलियत यह है कि हर संवैधानिक व्यवस्था को भी पार्टी का एजेंडा लागू करने का साधन बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि SIR को भाजपा के रंग में रंगने की यह कोशिश लोकतंत्र का अपमान है। भाजपा की इस चाल को कांग्रेस कामयाब नहीं होने देगी। हम प्रत्येक मतदाता के अधिकार को संरक्षण देने के लिए सजग हैं। पटवारी ने इसके साथ ही कलेक्टर का आदेश भी साझा किया है।

बता दें कि देश भर में चल रहा SIR का काम जानलेवा भी साबित हो रहा है। काम का दबाव इस कदर बढ़ गया है कि BLO मौत को गले लगाने को मजबूर हो रहे हैं। मध्य प्रदेश में अबतक पांच BLOs की मौत हो चुकी है, जबकि एक महिला BLO हार्ट अटैक के बाद जिंदगी और मौत से जूझ रही है। वहीं, एक BLO लापता है। इनमें अधिकांश मामलों में परिवारों ने अत्यधिक कार्यभार, खासकर SIR से जुड़े दबाव को जिम्मेदार ठहराया है। परिवारों का आरोप है कि ये बीएलओ मतदाता सूची से जुड़े भारी दबाव में थे। इसे लेकर भी विपक्ष लगातार निर्वाचन आयोग पर हमलावर है।