भोपाल। कोरोना संक्रमण की वजह से सीबीएसई बोर्ड द्वारा 12वीं की परीक्षा रद्द करने के बाद कई राज्यों ने राज्य बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाली 12वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया है। इनमें मध्य प्रदेश बोर्ड भी शामिल है। अभी तक सीबीएसई बोर्ड की तरफ से 12वीं के छात्रों के मूल्यांकन के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई हैं। हालांकि शनिवार को इसके लिए 13 सदस्यीय कमेटी का गठन जरूर कर दिया गया है। इस कमेटी को 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट देनी होगी।


सीबीएसई द्वारा अभी तक मूल्यांकन के लिए नीति नहीं तैयार करने की वजह से मध्य प्रदेश बोर्ड भी असमंजस में की स्थिति में है। बोर्ड का कहना है कि जब सीबीएसई द्वारा मूल्यांकन की नीति तैयार कर दी जाएगी, उसके बाद ही 12वीं के छात्रों के लिए मूल्यांकन के लिए फॉर्मूला बनाया जाएगा। ताकि छात्रों को नुकसान न उठाना पड़े।


मध्य प्रदेश बोर्ड की तरफ से 12वीं के छात्रों के लिए मूल्यांकन नीति तैयार करने के लिए मंत्री समूह का गठन किया गया है। मंत्री समूह द्वारा बोर्ड के अधिकारियों और शिक्षाविदों से बात की जाएगी। इसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। लेकिन अभी मूल्यांकन समिति सीबीएसई के फॉर्मूले का इंतजार कर रही है।

बता दें कि मध्य प्रदेश बोर्ड की तरफ से 10वीं की परीक्षाएं 3- अप्रैल से, जबकि 12वीं की परीक्षाएं एक मई से आयोजित जानी थीं। जिसे कोरोना संक्रमण की वजह से रद्द कर दिया गया है। अब 10वीं के छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पास किया जाएगा। जबकि 12वीं के छात्रों को लेकर अभी तक फॉर्मूला तैयार नहीं किया जा सका है।