भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कमर कस ली है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को चुनाव अभियान कमेटी का ऐलान कर दिया है। वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया को इस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।



इस कमेटी में पीसीसी चीफ कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह राहुल, विवेक तनखा, राजमाणी पटेल, नकुलनाथ, सज्जन सिंह वर्मा समेत कुल 32 नेताओं को जगह मिली है। साथ ही कांग्रेस के सभी फ्रंटल संगठनों के अध्यक्ष और प्रकोष्ठों के अध्यक्ष भी इसके सदस्य होंगे।





मल्लिकार्जुन खड़गे के निर्देश पर महासचिव केसी वेणुगोपाल ने नियुक्ति आदेश जाती की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त करना बेहद अहम माना जा रहा है। भूरिया प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।माना जा रहा है कि भाजपा के आदिवासी एजेंडा को काउंटर करने के लिए आदिवासी नेता भूरिया का नाम आगे बढ़ाया गया है। 



कांतिलाल भूरिया आदिवासियों के लिए आरक्षित सीटों में से 30 विधानसभा सीटों पर सीधा असर डालेंगे। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस के कोर आदिवासी वोट में सेंध लगाने की कोशिश कर रही थी। अब कांग्रेस में भूरिया को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपकर आदिवासी मतदाताओं को बड़ा संदेश दिया है।



मध्य प्रदेश में 22 फीसदी आदिवासी मतदाता हैं। वहीं, शिवराज सरकार में मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर देश में सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहा है। सीधी पेशाब कांड, नेमावर हत्याकांड और नीमच में आदिवासी युवक को घसीट कर मार डालने जैसी घटनाओं से भाजपा से आदिवासी समुदाय नाराज है। ऐसे में भूरिया को चुनाव अभियान समिति का कमान बेहद अहम माना जा रहा है।