भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सिंहस्थ 2028 के पहले राज्य में पांच हजार होम गार्ड्स की भर्ती का ऐलान किया है। सीएम यादव ने जवानों के साहस और अनुशासन की सराहना करते हुए कहा है कि उन्हें अब स्थायी आवास भी दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने अदम्य साहसिक कार्य सम्मान पुरस्कार देने की बात भी कही।
शनिवार को होम गार्ड्स और नागरिक सुरक्षा संगठन का 79वां स्थापना दिवस राज्य स्तरीय समारोह के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होम गार्ड कार्यालय पहुंचे और मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। सीएम यादव ने होम गार्ड परेड निरीक्षण वाहन से परेड का निरीक्षण किया, जिसके बाद होम गार्ड परेड टीम ने उन्हें सलामी दी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि होम गार्ड एक ऐसा अनुशासित समूह है जो हर परिस्थिति में अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करता है। उन्होंने कहा कि हर प्रस्तुति में, हर चुनौती में, सबसे आगे खड़े रहने वाला यह होम गार्ड का समूह है। आवास सुविधाओं की आवश्यकता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने होम गार्ड जवानों के लिए स्थायी आवास निर्माण के आदेश भी दिए। उन्होंने कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि हर होम गार्ड को सुरक्षित और स्थायी आवास उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि होमगार्ड हमारी सुरक्षा ढांचे का अहम हिस्सा हैं। नई भर्ती न केवल बड़े आयोजन में सुरक्षा बढ़ाएगी, बल्कि जवानों को बेहतर सुविधाएँ और कर्तव्य में उत्कृष्टता की प्रेरणा भी मिलेगी। इसके अलावा, उन्होंने आदिवासी समुदायों - बेगा, सहरिया और भारिया के लिए विशेष बटालियन बनाने की घोषणा की। इस पहल से इन जनजातियों को सम्मानजनक रोजगार मिलेगा और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री अदम्य साहस पुरस्कार भी घोषित किया। इसके अंतर्गत हर साल 10 होमगार्ड टीमों को 51-51 हजार रुपये दिए जाएंगे, जो साहस और उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित की जाएँगी। इस पुरस्कार से जवानों को अपने कर्तव्य के प्रति और समर्पित होने की प्रेरणा मिलेगी। साथ ही, CM ने अनुकंपा अनुदान में वृद्धि की घोषणा की। इसके तहत ड्यूटी के दौरान घायल या प्रभावित जवानों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।