डिंडौरी। डिंडौरी ज़िले का लालपुर गांव मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल के आने से उत्सुकता से भरा है। महामहिम इस गांव में एक आदिवासी के घर भोजन करने वाले हैं। राज्यपाल के आने की खबर सुनकर ग्रामीण फूले नहीं समा रहे हैं। हर किसी को अपने हिस्से के दुख को उनसे बताना है।  



गांव के अनेक परिवार अपने-अपने स्तर पर राज्यपाल के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन राज्यपाल के दोपहर के भोजन के लिए लालपुर गांव के तितरू बैगा का घर चुना गया है। 5 अक्टूबर को पहुंचकर सबसे पहले वे तितरू बैगा के घर दोपहर का भोजन ग्रहण करने जाएंगे। आदिवासी दंपति अभी से तैयारियों में जुटा है और सोशल मीडिया पर उनका वीडियो भी साझा किया जा रहा है। 





आदिवासी दंपति के साथ-साथ डिंडौरी ज़िला प्रशासन भी महामहिम के दौरे के लिए मुस्तैद है। 5 अक्टूबर यानी मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे राज्यपाल का हेलीकॉप्टर शहपुरा उतरेगा। यहां से वे राष्ट्रीय जीवाश्म पार्क घुघवा का निरीक्षण करेंगे और दोपहर का भोजन करने लालपुर पहुँचेंगे। 



भोजन करने के बाद राज्यपाल विक्रमपुर पहुँचकर रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। और इसके बाद वे छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे चांडा पहुँचेंगे। राज्यपाल रात्रि विश्राम चांडा में ही करेंगे। अगले दिन वे चांडा में उपस्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करेंगे। राज्यपाल की योजनाओं में तातरपुर पहुंचकर आंगनवाडी भवन का जायज़ा लेना भी है। 



मंगूभाई पटेल मध्य प्रदेश के उन्नीसवें राज्यपाल हैं। इससे पहले वे गुजरात में बीजेपी के नेता और 1998 में मोदी सरकार में ट्राइबल मिनिस्टर भी रह चुके हैं। मंगूभाई पटेल का नाम बीजेपी के बड़े आदिवासी नेताओं में शुमार है। वे 2014 में गुजरात विधानसभा के कार्यकारी उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।