भोपाल। मध्य प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं के पेपर लीक होने का सिलसिला जारी है। पेपर लीक कांड पर मचे हंगामे के बीच मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री ने अजीबोगरीब बयान दिया है। मंत्री के मुताबिक अगर पेपर शुरू होने से आधे घंटे पहले भी पेपर खुल जाए वह लीक नहीं है।

हिंदी के एक प्रमुख अखबार ने स्कूल शिक्षा मंत्री के हवाले से कहा है कि शनिवार तक इंदर सिंह परमार यह मान रहे थे कि पेपर शुरू से पांच मिनट पहले भी खुल जाए तो उसे लीक ही कहेंगे। लेकिन सोमवार को अचानक उन्होंने अपने सुर बदलते हुए कहा कि अगर आधे घंटे पहले भी पेपर खुले तो उसे लीक नहीं बल्कि गोपनीयता भंग होना कहेंगे। मंत्री ने परीक्षाओं को निरस्त करने की मांग को भी सिरे से खारिज कर दिया। 

प्रदेश में लगातार एक के बाद एक पेपर लीक किए जाने की बात सामने आ रही है। सोमवार को भी दसवीं के विज्ञान का पेपर शुरू होने से पहले ही लीक हो गया। पिछले 14 दिनों में यह ग्यारहवीं बार था कि जब पेपर लीक हो गया। इस मामले में दमोह, मुरैना, खंडवा और रीवा के अलग अलग हिस्सों से कुल 14 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

पेपर लीक कांड में अब तक कुल तीस लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। शनिवार को हो मध्य प्रदेश पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए भोपाल से चार शिक्षकों और रायसेन से पेपर बेचने वाले एक आरोपी को पकड़ा था।

पेपर लीक का मामला सोमवार को विधानसभा में भी गूंजा। नेता प्रतिपक्ष ने यह मामला सदन में उठाते हुए कहा कि शिवराज सरकार 20 लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। सभी बच्चों को उनकी फीस लौटाई जानी चाहिए। कांग्रेस ने इस मामले में सदन से वॉकआउट कर दिया।