भोपाल। मध्यप्रदेश के प्रायमरी स्कूलों की रौनक करीब 18 महीने बाद लौटने वाली है। सरकार ने सोमवार 20 सितंबर से कक्षा पहली से पांचवी तक के स्कूल खोलने का फैसला किया है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच 20 सितंबर से पहली से 5वीं तक के स्कूल आधी क्षमता के साथ खोले जाएंगे। वहीं रेसिडेंशियल स्कूलों में 8वीं, 10वीं और 12वीं की कक्षाओं को 100 फीसदी क्षमता के साथ खोलने का फैसला लिया गया है।



 





फिलहाल प्रदेश में 6वीं से 12वीं क्लास तक के छात्रों को स्कूल बुलाया जा रहा है। ये भी 50 फीसदी क्षमता के साथ बुलाए जा रहे हैं। अब छोटे बच्चों के लिए भी स्कूलों को खोला जा रहा है। 





मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कहना है कि अब समय आ गया है कि प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को फिर से खोल दिया जाए। स्कूलों को कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी गई है।



जिलों में स्कूलों, छात्रावास और आवासीय विद्यालयों को खोले के बारे में जिला आपदा प्रबंधन समिति की सहमति लेना जरूरी होगा। स्कूलों और छात्रावासों  में भारत सरकार और राज्य स्तर से समय-समय पर जारी एस.ओ.पी. और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। छात्रों की ऑनलाइन क्लासें और डिजिटल तरीके से पढ़ाई पहले की तरह ही संचालित होती रहेगी। अभिभावकों की अनुमति के बाद ही छात्र स्कूल आ सकेंगे।