इंदौर। शहर के सबसे बड़े एमवाय अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था की पोल उस समय खुल गई जब वहां भर्ती एक अपराधी हथकड़ी समेत भाग गया। खरगोन जेल में हत्या मामले में जेल में बंद था। वहां कैदी की तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए इंदौर के एमवाय अस्पताल में लाया गया था। लेकिन वह यहां पुलिस और डाक्टरों को चकमा देकर भाग खड़ा हुआ। अब काम में लापरवाही के आरोपी में सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।

इंदौर के अस्पताल से कैदी शुक्रवार को भागा, जिस वक्त वह वहां से भागा उसके हाथ में हथकड़ी थी, फिर भी किसी ने उसे रोकने या पकड़ने की कोशिश की। पुलिस उस कैदी की तलाश में जुटी है, लेकिन अब तक कैदी का कोई सुराग नहीं मिला है। खरगोन एसपी ने कैदी के साथ ड्यूटी पर तैनात कॉन्सटेबल जगदीश को सस्पेंड कर दिया है।

इस कैदी का नाम जाम सिंह भील था, वह मंडलेश्वर खरगोन में हत्या के मामले में सजा काट रहा था। उसे मंडलेश्वर की जेल में रखा गया था, वहां उसकी तबियत बिगड़ने पर उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल में शुक्रवार सुबह लाया गया था। उसे अस्पताल के कमरा नंबर 23 में भर्ती किया गया था। डॉक्टर उसके इलाज में लगे थे, इस बीच उसकी तबीयत में सुधार हो गया था, डाक्टर उसे डिस्चार्ज करने की तैयारी में थे, अस्पताल के वार्ड में काफी भीड़ थी, इसी दौरान कैदी पुलिस चकमा देकर भाग गया। आरक्षक को लगा वह वाशरूम गया होगा, जब वह काफी देर तक नहीं लौटा तो उसने इसकी खबर अपने  सीनियर्स को दी। अब खरगोन SP एक्शन लेते हुए तत्काल प्रभाव से आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है।