मंदसौर। करणी सेना परिवार के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर पर मंदसौर के भावगढ़ में FIR दर्ज हुई है। इसके विरोध में शनिवार को हजारों की संख्या में करणी सैनिक मंदसौर एसपी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। यहां पर समर्थकों के द्वारा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान पुलिस को बलप्रयोग भी करना पड़ा।
करणी सैनिकों द्वारा एफआईआर वापस लेने और पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की जा रही है। इसे लेकर वे एसपी ऑफिस के बाहर अमरण अनशन पर बैठ गए। उन्हें हटाने के क्रम में पुलिस और करणी सैनिकों के बीच जमकर झूमाझटकी। इसके बाद पुलिस ने हालत काबू करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
दरअसल, करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर पर आरोप लगा था कि उनके साथियों ने शराब ठेके पर पहुंचकर कर्मचारियों से एक लाख रुपए महीना फिरौती की मांग की थी। मना करने मारपीट के साथ जातिसूचक गालियां दी गई। जिसके बाद एससी-एसटी एक्ट में फिरौती और मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज हुआ।
यह घटना 26 जून को भावगढ़ थाना क्षेत्र के बेहपुर गांव की है। गुरुवार को इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उसके बाद बाद मंदसौर कोर्ट ने जीवन सिंह शेरपुर को गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था। करणी सेना का कहना है पुलिस ने जानबूझकर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की। नतीजतन कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। वे FIR रद्द करने के साथ ही मुकदमा दर्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के निलंबन की भी मांग कर रहे हैं।
जीवन सिंह शेरपुर ने शनिवार को एसपी ऑफिस के बाहर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर एफआईआर नहीं हटाई गई और पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया गया तो वह अपने समर्थकों के साथ नहीं हटेंगे। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वह जानबूझकर उन्हें अपराधी घोषित करने में लगा हुआ है। पुलिस के द्वारा झूठे मुकदमे दायर किए जा रहे हैं। वह सिर्फ एक पक्ष देखकर एक तरफा कार्रवाई कर रहे हैं।