धार। बदनावर में बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों के काफिले का आमना-सामना हुआ। तो लोगों ने बीजेपी प्रत्याशी राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के चुनाव क्षेत्र में लोगों का ये मूड उनकी मुश्किलें बढ़ाने वाला है। भीड़ ने जिस तरह बीजेपी नेता को गद्दार और दलबदलू और लोकतंत्र का हत्यारा बताते हुए नारे लगाए, यही मिजाज अगर मतदान के दिन भी नज़र आया तो उनकी सीट खतरे में पड़ जाएगी।



राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के खिलाफ इस नारेबाजी ने कांग्रेस को चुटकी लेने का मौका दे दिया। कांग्रेस ने ‘बदनावर में बैंगलोर रिटर्न का विरोध’ करार दिया है। प्रदेश कांग्रेस के ऑफीशियल ट्वीटर हैंडल पर राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के विरोध का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ‘बदनावर में बैंगलोर रिटर्न का विरोध, मंत्री पद की हवस पूरी करने के लिये जनादेश का सौदा करने वाले ग़ैर विधायक मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव का बदनावर की जनता ने “गद्दार” के नारों के साथ विरोध किया। ये लड़ाई है जनादेश के अपमान की, ये लड़ाई है मध्य प्रदेश के सम्मान की।‘



 





 



दरअसल बदनावर में जब कांग्रेस प्रत्याशी कमल पटेल और राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव का काफिले आमने-सामने आया तो उन्हें आदिवासी ग्रामीणों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध झेलना पड़ा। लोगों ने जमकर नारेबाजी की। जनता के इस विरोध के बाद मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव काफी असहज नजर आए। उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव का उनके विधानसभा क्षेत्र बदनावर में पहले भी कई बार विरोध हो चुका है।