भोपाल। मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में आज फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। प्रदेश में कहीं भू स्खलन तो कहीं खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं नदियां। 

नर्मदा नदि का जलस्तर जबलपुर में खतरे के निशान से केवल 5 फीट नीचे है। अनूपपुर में लगातार हो रही बारिश के कारण पुष्पराजगढ़ से अमदरी पहुंच मार्ग में पड़ने वाले अमदरी दुआही घाट में भू-स्खलन हो गया जिससे वहां से गुजरने वाली पक्की सड़क टूट गई। वहीं कटनी जिले की ढीमरखेड़ा तहसील के ग्राम मटभौना में बनाया गया डायवर्सन मार्ग तेज बारिश में बह गया। 

पन्ना में तीन दिन से हो रही बारिश के कारण पन्ना टाइगर रिजर्व के सभी वाटरफॉल उफान पर आ गए हैं। बरगी डैम के 11 गेट अभी भी खुले हुए हैं जिस कारण नर्मदा नदि के किनारे पड़ने वाले शहरों में जलस्तर खतरे के निशान को छूकर गुजर रहा है। इसके साथ ही चंबल, बेतबा और केन नदि भी उफान पर बह रही हैं। 

सतना और रीवा जिले में लगातार हुई बारिश के कारण बकिया बैराज के 13 गेट खोले गए हैं। जिससे रीवा के तराई अंचल में बाढ़ का खतरा बड़ गया प्रशासन ने इलाके में होम गार्ड-एसडीईआरएफ को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।  

प्रदेश में मौसम विभाग ने आज कई स्थानों पर भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की भी चेतावनी दी। भारी बारिश वाले जिलों में ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी शामिल हैं। इन जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। हालांकि 48 से 72 घंटे में मानसून ट्रफ लाइन उत्तर की ओर चला जाएगा जिससे कुछ दिन बारिश पर ब्रेक लगेगा।