भोपाल। मध्य प्रदेश उपचुनाव में हार के 14 दिनों बाद आखिरकार इमरती देवी ने शिवराज सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इमरती के इस्तीफा देने की पुष्टि कर दी है। इसी के साथ सिंधिया समर्थक दो मंत्रियों समेत उपचुनाव हारने वाले तीनों मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार हो गया है। 

इससे पहले उपचुनाव हारने वाले पीएचई मंत्री ऐदल सिंह कंसाना और कृषि राज्य मंत्री गिर्राज दंडोतिया अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंप चुके हैं। तीनों मंत्रियों के इस्तीफे के बाद अब शिवराज सिंह चौहान के करीबियों के मंत्री बनने का रास्ता खुल गया है। बता दें कि इमरती देवी और गिर्राज दंडोतिया सिंधिया समर्थक माने जाते हैं।

गौरतलब है कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में इमरती देवी ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस समय वह 57 हजार वोटों से जीत दर्ज करने में सफल हुई थीं। सिंधिया के साथ बीजेपी में जाने के बाद उपचुनाव में इमरती अपने समधी एवं कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश राजे से 7 हजार वोटों से हार गईंl

बता दें कि मध्य प्रदेश उपचुनाव में मुंह की खाने वाले तीनों मंत्रियों के पुनर्वास की योजना बनाई जा रही है। ख़बर है कि इमरती देवी, गिर्राज दंडोतिया और ऐदल सिंह कंसाना को निगम मंडलों में जगह देने के साथ ही कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है। हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला शिवराज सिंह चौहान को लेना है, लेकिन उससे पहले पार्टी में इस पर चर्चा की जा सकती है।