सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले के बिरसिंहपुर तहसील में पदस्थ तहसीलदार की हार्ट अटैक आने से मृत्यु हो गई। वे भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान तिरंगा यात्रा में ड्यूटी कर रहे थे। ड्यूटी के दौरान ही तहसीलदार को हार्ट अटैक आया है, आनन-फानन में तहसीलदार को अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तहसीलदार के अचानक हुए निधन से पूरे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।


दरअसल सतना में रविवार को तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी। जिसमें सतना जिले की बिरसिंहपुर तहसील के तहसीलदार केके पटेल की ड्यूटी थी। ड्यूटी के दौरान उन्हें चक्कर आया और वह जमीन पर गिर पड़े। लोगों ने आनन-फानन उन्हें बिरसिंहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले गए जहां से प्राथमिक उपचार के बाद सतना रेफर किया गया। सतना के बिरला हॉस्पिटल में उन्हें लाया गया, डॉक्टरों की टीम ने तत्काल उनका इलाज शुरू किया लेकिन इलाज के दौरान उनकी दु:खद मौत हो गई।


तिरंगा यात्रा में शामिल तहसीलदार की मौत की अचानक हुई मौत की खबर सुनकर सतना के कलेक्टर अनुराग वर्मा, एडीएम ऋषि पवार, निगमायुक्त अभिषेक गहलोत, एसडीएम सिटी नीरज खरे तथा मझगवां एसडीएम जितेन्द्र वर्मा सहित अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे। जहां से उनके शव को जिला अस्पताल लाया गया। उनके परिजनों को भी सूचना दे दी गई है। रात में ही उनके पोस्टमार्टम का इंतजाम कराया गया। शव को उनके गृहग्राम ले जाने के लिए एम्बुलेंस का भी प्रबंधन प्रशासन द्वारा किया गया। उनके परिजनों ने बताया कि वह लंबे समय से हार्ट की बीमारी से जूझ रहे थे। उनकी हार्ट की बीमारी के लिए पहले भी ऑपरेशन हो चुका है


जानकारी के अनुसार बिरसिंहपुर तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार 56 वर्षीय कृष्ण कुमार पटेल सीधी जिले के ग्राम पड़रिया थाना कमर्जी के रहने थे। उनको चार माह पूर्व ही पदोन्नति मिली थी। राजस्व निरीक्षक से पदोन्नत कर उनको नायब तहसीलदार बनाया गया था। सीधी जिले से उनका स्थानांतरण सतना किया गया था। उन्हें 8 अगस्त को बिरसिंहपुर तहसील का प्रभारी बनाकर भेजा गया था। उन्होंने बिरसिंहपुर में 9 अगस्त को ही चार्ज लिया था। और 4 दिन बाद ही उनकी अचानक मौत हो गई।