ग्वालियर। दो महिलाओं की नरबलि का मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने संतान पैदा होने की मनोकामना पूरी करने के लिए तांत्रिक का सहारा लिया। फिर तांत्रिक के कहने पर पहले तो एक कथित कॉलगर्ल की बलि दी। जब तांत्रिक को पता चला की वह महिला नशे में थी तो उसने अपने यजमान से कहा कि वह नशे में थी, इसलिए उसकी नरबलि स्वीकार नहीं होगी। तांत्रिक के कहने पर आरोपी शख्स ने दूसरी महिला को मौत के घाट उतार दिया। लेकिन इस बार वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी ने नवदुर्गा के दौरान अष्टमी की रात मुरैना के बीहड़ में कॉलगर्ल की बलि दी थी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह पांच हजार रुपए में महिला को मुरैना लाए थे। आरोपी ने महिला को शराब पिलाई जब वह बेसुध हो गई थो चुनरी से उसका गला दबाकर मार डाला।

इसके बाद तांत्रिक वहां पहुंचा और आरोपी से बोला की तुमने नशेड़ी महिला की बलि चढ़ाई है इसलिए देवी नाराज हो गई हैं। तांत्रिक के कहने पर आरोपी दोबारा नरबलि देने को तैयार हो गया। आरोपी बीहड़ में ही लाश छोड़कर भाग गए थे। वहीं दूसरी बार आरोपी ने शरद पूर्णिमा पर दूसरी महिला की बलि दी।  यह बलि हजीरा इलाके में दी गई थी। पुलिस ने मुरैना और हजीरा इलाके में मिली लाशों की हत्या एक जैसे होने के मामले की जांच के दौरान पाया कि दोनों की मौत गला दबने और कपड़े से बांधने से हुई है। 21 अक्टूबर की सुबह हजीरा के IIITM कॉलेज के पास मुरैना रोड पर महिला का शव सड़क किनारे पड़ा मिला था। गर्दन पर गला दबाने और कसने के निशान थे। मोबाइल कॉल डीटेल्स के आधार पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ा।

मोतीझील निवासी दंपति ममता और बेटू भदौरिया ने पुलिस को बताया है कि शादी के करीब 19 साल बाद भी उनकी कोई संतान नहीं हो पा रही थी। लंबे इलाज के दंपति एक तांत्रिक गिरवर यादव के संपर्क में आया था। तांत्रिक ने दंपति को नरबलि देने को कहा था, जिसके बाद आरोपी पति की बहन मीरा राजावत और उसके प्रेमी नीरज परमार की मदद से दो महिलाओं को बहाने से बुलाया और नरबलि करवा दी। अब तांत्रिक समेत पांचों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। 

हत्या और हत्या की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तांत्रिक, संतानहीन दंपति, उनके दो सहयोगियों को पुलिस ने हिरासत मे लिया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।