कुख्यात अपराधी विकास दुबे एनकाउंटर पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर से प्रदेश को शर्मसार किया है। नाथ ने मध्य प्रदेश शासन से इस प्रश्न का जवाब देने के लिए कहा है कि आखिर विकास दुबे कितने दिनों से और किसके संरक्षण में रहा? उज्जैन पहुंचे विकास दुबे के साथ कितने साथी थे? जिस अपराधी के पीछे पुलिस की 40 टीमें पड़ी हों वो अपनी रजिस्टर्ड कार से कानपूर से उज्जैन तक सुरक्षित कैसे पहुँच गया? 

कमल नाथ ने अपने एक अन्य ट्वीट में आश्चर्य जताते हुए कहा कि इस समय सावन का माह चल रहा है।लिहाज़ा महाकाल मंदिर इस समय हाई अलर्ट पर है, ऐसे में विकास दुबे मंदिर की इतनी कड़ी  सुरक्षा को भेद कर कैसे मंदिर के अंदर प्रवेश कर गया। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी अपनी अविश्वसनीयता ज़ाहिर करते हुए कहा है कि महाकाल मंदिर में वो कैसे बेख़ौफ़ टहलता रहा, उसकी मंदिर की तस्वीरें किसने वायरल की ?
 
अधिकारियों का अचानक तबादला क्यों 
कमल नाथ ने विकास दुबे द्वारा महाकाल मंदिर में किए गए आत्मसमर्पण से ठीक पिछली रात को अधिकारियों के तबादले पर सवाल उठाया है। दरअसल गुरूवार सुबह विकास दुबे द्वारा उज्जैन पुलिस को आत्मसमर्पण किए जाने से पहले बुधवार रात तकरीबन 8 बजे उज्जैन एसपी और जिलाधिकारी के बीच बैठक हुई थी। जिसके बाद महाकाल मंदिर थाने के इंचार्ज को बदल दिया गया। पुलिस लाइन से अरविन्द सिंह तोमर को लाकर महाकाल थाने का प्रभारी बनाया गया। तो वहीँ महाकाल मंदिर थाना प्रभारी प्रकाश वास्कले को नीलगंगा थाना ट्रांसफर कर दिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों के अचानक तबादले पर कहा है कि 'आख़िर कौन सा ऐसा राजनैतिक संरक्षण उसे प्राप्त था, जिसके कारण यह सब इतनी आसानी से संभव हुआ?'

महाकाल की नज़रों से कोई पापी नहीं बचेगा 
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि 'भगवान महाकाल कभी किसी पापी को बख्शते नहीं , यह मैंने कल भी कहा था और आज फिर दोहरा रहा हूँ कि महाकाल की नज़रों से कोई भी पापी नहीं बचेगा।' इसके साथ ही कमल नाथ ने कहा है कि विकास दुबे का तो अंत हो गया लेकिन कई ऐसे सवाल हैं जो अब भी अनुत्तरित हैं। कमल नाथ ने राज्य सरकार को उनके द्वारा उठाए गए सभी सवालों के जवाब देने के लिए कहा है।