भिंड : मध्यप्रदेश में सीएम हेल्पलाइन नंबर पर हैंडपंप खराब होने का शिकायत दर्ज कराने पर शिकायतकर्ता के ऊपर अभद्र टिपण्णी किए जाने का मामला सामने आया है। शिकायत के निराकरण का जवाब ऐसा दिया गया है कि उससे पीएचई मुख्यालय में हड़कंप है। पीएचई के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर पीआर गोयल ने शिकायत के निराकरण के जवाब में लिखा है कि हैंडपंप नहीं इसका दिमाग खराब है, हैंडपंप उखाड़कर शिकायतकर्ता के सीने में गाड़ा जाएगा।' खास बात यह है कि इस बेतुके जवाब के बावजूद शिकायत को ग्वालियर अधीक्षण यंत्री ने बंद करा दिया है। 

दरअसल, मध्यप्रदेश के भिंड जिले में ग्राम पंचायत राहवली बेहड़, ब्लॉक लहार, के राहुल दीक्षित ने 7 जून 2020 को सीएम हेल्पलाइन पर फ़ोन कर शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के निराकरण में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (MPPHE) के कार्यपालन यंत्री ने लिखा है कि 'शिकायतकर्ता पागल है, इसको मिर्गी के दौरे पड़ते हैं, अंडसंड बकता है, इसके पूरे परिवार को मिर्गी आती है, हैंडपंप खराब नहीं है इसका दिमाग खराब है, पूरी पीएचई महकमा जानता है मेरे हैंडपंप मैकेनिक को इस पागल ने कपड़े तक फाड़ दिया है। अब वक्त आ गया है चीनी युद्ध किया जाए जो गोरिल्ला नीति है, हेंड पंप उखाड़ कर शिकायतकर्ता के सीने में गाड़ दो।' हालांकि जवाब का स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद ईई गोयल ने कलेक्टर से सीएम हेल्पलाइन का आईडी पासवर्ड चोरी होने की शिकायत की है। और कहा है कि किसी ने षड्यंत्रपूर्वक यह जवाब लिख दिया है। 

क्या है पूरा मामला ?

शिकायतकर्ता राहुल दीक्षित ने शिकायत (क्रमांक 11537734) में बताया था कि उनके क्षेत्र में 8 महीने पहले एक हैंडपंप लगाया गया था, जिसमें सभी उपकरण नहीं लगाए गए, केवल बोर किया गया है नतीजतन हैंडपंप बंद पड़ा है। कृपया समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए। 7 जून को ही यह शिकायत सहायक यंत्री लेवल-1 अधिकारी केसी झा के पास ट्रांसफर कर दी गई। जिसके बाद 28 जून को शिकायत के निराकरण में लिखा गया कि ग्राम रहावली में ठेकेदार अमित बुधौलिया ने खनन किया है। ठेकेदार की ओर से हैंडपंप सेट डाला जाना है। ठेकेदार को कार्य करने के लिए सूचित किया गया है, जल्द ही हैंडपंप चालू कर दिया जाएगा। 29 जून को शिकायकर्ता ने बताया कोई कार्रवाई नहीं हुआ। मौके पर जांच नहीं की गई है। इसके बाद 7 जुलाई को लेवल-2 अधिकारी पीएचई पीआर गोयल की ओर से बेतुका जवाब लिखकर निराकरण करना बता दिया गया। इसके बाद 9 जुलाई को लेवल-3 अधिकारी अधीक्षण यंत्री आरएन करैया की ओर से फोर्स क्लोजर कर शिकायत बंद कर दी गई।

मामले पर शिकायतकर्ता राहुल ने हम समवेत को बताया कि उक्त हैंडपंप को अभी तक ठीक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, 'शिकायत पर बेतुका जवाब दिए जाने का मामला वायरल होने के बाद 9 जुलाई को हैंडपंप ठीक करने के नाम पर खानापूर्ति की गयी है। उन्होंने बिना काम पूरा किए ही कह दिया है कि हैंडपंप ठीक हो गया परंतु अब भी वह उपयोग में नहीं लाया जा सकता है। शिकायत करने पर उल्टा अधिकारी हमें ही पागल घोषित करते हैं। हम इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं।' हमसमवेत ने संबंधित अधिकारी से भी बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

प्रभारी कार्यपालन यंत्री पीआर गोयल निलंबित

सीएम हेल्पलाइन पर हैंडपंप खराब होने की शिकायत करने पर ऐसा जवाब देने और कार्य में लापरवाही बरतने पर सरकार ने पीएचई विभाग के प्रभारी कार्यपालन यंत्री पीआर गोयल को निलंबित कर दिया है।