भोपाल। आज वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे है। दुनियाभर में ओरल हेल्थ को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। ओरल हेल्थ के मामलों में राजधानी भोपाल की स्थिति दुनियाभर में सबसे ज्यादा बदतर है। दुनिया में सबसे ज्यादा ओरल कैंसर के मरीज भोपाल में ही हैं।

ओरल कैंसर के मामले में भोपाल को शीर्ष स्थान यहां के लोगों में गुटखा और तंबाकू का सेवन करने की लत ने दिलाई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भोपाल के 70 फीसदी लोग तंबाकू को गुटखे का सेवन करते हैं। गांधी मेडिकल कॉलेज द्वारा पब्लिश किए गए इंटरनेशनल रिसर्च के अनुसार शहर की एक लाख आबादी में 12.5 लोग ओरल कैंसर के शिकार हैं। 

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दांतों की बीमारी के मामले में भी भारत में सबसे ज्यादा मरीज भोपाल में हैं। एक निजी मेडिकल कॉलेज द्वारा शहर के डेंटिस्टों से जुटाई गई जानकारी से पता चलता है कि भोपाल का हर दूसरा व्यक्ति दांतों की किसी न किसी बीमारी से जूझ रहा है। डेंटिस्टों का मानना है कि मध्य प्रदेश खासकर भोपाल के लोग दांत व मुंह की जांच कराने के मामले में बेहद पीछे है। 

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की आखिरी रिपोर्ट के अनुसार मप्र के 1000 पुरुषों में 1% और 0.7% महिला ही ओरल टेस्ट करवाती हैं। जीएमसी डेंटिस्ट डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ अनुज भार्गव कहते हैं कि स्क्रीनिंग नहीं होने से छोटी बीमारियां बढ़ रही हैं। इसीलिए गांधी मेडिकल कॉलेज के डेंटिस्ट डिपार्टमेंट में प्रिवेंशन एंड डिटेंशन की सुविधा शुरू होने जा रही है, जिसमें हमीदिया आने वाले मरीजों में से रेंडमली ओरल केविटी स्क्रीनिंग की जाएगी।