लखनऊ। हाथी की सवारी से उतारे गए बहुजन समाज पार्टी के नौ निष्कासित विधायक अब समाजवादी पार्टी की साइकिल की सवारी कर सकते हैं। बहुजन समाज पार्टी से हाल ही में निष्कासित हुए इन विधायकों को आज समाजवादी पार्टी के लखनऊ स्थित कार्यालय के पिछले दरवाज़े से निकलते हुए देखा गया है। दावे के मुताबिक खुद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इनसे मुलाकात की है। जिसके बाद से ही इनके समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भिनगा, ढोलाना, प्रतापपुर, हांडिया, सिधौली, मुंगरा, सादाबाद और उन्नाव के बहुजन समाज पार्टी के निष्कासित विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की है। इस मुलाकात के सियासी मायने इसलिए भी निकाले जा रहे हैं क्योंकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने यह साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी चुनावों में बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने जा रही है। 

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उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान अखिलेश की पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। लेकिन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की जोड़ी कोई रंग नहीं लाई और उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया। इसके बाद लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी को अपने साथ किया। लेकिन दोनों पार्टियों का गठबंधन भी कोई करिश्मा नहीं दिखा पाया। 

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अब राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने अकेले ही चुनावी मैदान में उतरने का मन बना लिया है। हालांकि अखिलेश यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी चुनाव में छोटे दलों को ज़रूर अपने साथ लेकर जाएगी।