नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने इंडिगो संकट के बीच हवाई किराए को कंट्रोल करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने अलग-अलग दूरी की टिकटों को 3 हिस्सों में बांटकर उनकी अधिकतम किराया तय कर दी है। इस संबंध में सभी एयरलाइनों को एक आधिकारिक निर्देश जारी किया गया है, जिसमें अब निर्धारित किराया सीमा का सख्ती से पालन अनिवार्य किया गया है। ये सीमाएं तब तक लागू रहेंगी जब तक स्थिति पूरी तरह से स्थिर नहीं हो जाती।

सिविल एविएशन के नए आदेश के मुताबिक 500 किमी तक की उड़ानों का अधिकतम किराया अब 7500 रुपए होगा। इसमें एयरलाइंस किसी भी तरह की अचानक बढ़ोतरी नहीं कर सकेंगी। यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि छोटा रूट सबसे ज्यादा बुक होता है और संकट के समय किराया पहले यहीं उछलता है।

इसके अलावा 500 से 1000 किमी के बीच की उड़ानों पर अब अधिकतम किराया 12000 रुपए रखा गया है। वहीं 1000 से 1500 किमी की दूरी वाली फ्लाइट्स का किराया 15000 रुपए से ज्यादा नहीं लिया जा सकेगा। यह वही सेगमेंट है जहां इन दिनों यात्रा मांग बढ़ी है और रेट अनकंट्रोल्ड होते दिखे थे।

1500 किमी से लंबी फ्लाइट्स पर अब अधिकतम किराया 18000 रुपए तय किया गया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह कैप सभी बुकिंग चैनल्स पर लागू होगा चाहे टिकट एयरलाइन साइट से खरीदा जाए या किसी दूसरे प्लेटफॉर्म से। सरकार ने साफ कहा है कि ये किराया सीमा इकोनॉमी क्लास पर लागू होगी जबकि बिजनेस क्लास और UDAN स्कीम की फ्लाइट्स को इससे छूट दी गई है। साथ ही ये कीमतें UDF, PSF और टैक्स शामिल किए बिना हैं यानी ये चार्ज इसमें अलग से जुड़ेंगे।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में इंडिगो की तरफ से लगातार ऑपरेशनल फेल्यर सामने आए हैं। FTDL नियम लागू होने के बाद क्रू मेंबर्स शॉर्टेज के कारण इंडिगो का फ्लाइट शेड्यूल चरमरा गया। पिछले 4 दिन में 2,000 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल हो चुकी हैं। जबकि रोजाना एवरेज 500 फ्लाइट लेट हो रही हैं। DGCA को लाखों यात्रियों से शिकायतें मिलीं कि उड़ानें बिना जानकारी कैंसिल की जा रही हैं या घंटों तक डिले कर दिया जा रहा है। देशभर में एयरपोर्ट्स पर हंगामा बढ़ने के बाद DGCA हरकत में आई और FTDL नियम को वापस लिया। अब सरकार ने इंडिगो को यह भी निर्देश दिया है कि वह रविवार रात 8 बजे तक कैंसिल टिकट का पैसा पैसेंजर को वापस करें। साथ पैसेंजर के लगेज भी 48 घंटे में लौटाए।