मुंबई। बीजेपी में शामिल होने के अटकलों के बीच आखिरकार अजीत पवार ने चुप्पी तोड़ दी है। अजीत पवार ने तमाम दावों को खारिज करते हुए कहा है कि वह इस समय एनसीपी में हैं और आगे भी एनसीपी में ही रहेंगे। इसके साथ ही अजीत पवार ने अटकलों को अफवाह बताते हुए उन पर विराम लगाने की अपील भी की है।
अजीत पवार ने बीजेपी में शामिल होने के दावों पर कहा कि मैंने किसी भी विधायक के हस्ताक्षर नहीं लिए हैं। और अब हर अफवाहों पर विराम लग जाना चाहिए। मैं एनसीपी के साथ हूं और आगे भी एनसीपी में ही रहूंगा। मेरे बारे में फैलाए जा रहे अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से लगातार यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि अजीत पवार बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। इसके साथ ही यह भी दावा किया जा रहा था कि अजीत पवार को अधिकतर विधायकों का समर्थन भी हासिल है। छगन भुजबल जैसे सीनियर नेता भी अजीत पवार के साथ बीजेपी में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
दूसरी तरफ शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने भी शरद पवार के हवाले से बताया था कि शिवसेना की तर्ज पर ही बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों और गिरफ्तारी का डर दिखाकर एनसीपी को तोड़ने की कोशिश कर रही है। राउत ने पवार के हवाले से बताया था कि अगर किसी विधायक को बीजेपी में शामिल होना है तो वह जा सकता है लेकिन एक पार्टी के रूप में एनसीपी कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएगी।
अजीत पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद पाला बदला था। वह अचानक बीजेपी के कुनबे में शामिल हो गए थे और देवेंद्र फडणवीस को अपना समर्थन दे दिया था। देवेंद्र फडणवीस ने सीएम और अजीत पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ तक ले ली थी। लेकिन इसके तुरंत बाद ही अजीत पवार ने बीजेपी को दिया समर्थन वापस ले लिया और राज्य में महा विकास आघाड़ी गठबंधन की सरकार बन गई।