नई दिल्ली। थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कमेटी के चेयरमैन का पदभार संभाल लिया है। सेना के तीनों अंगों के चीफ में से जो सबसे वरिष्ठ होता है उसे यह जिम्मेदारी दी जाती है। इस कमेटी में तीनो सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं। पहले यह जिम्मेदारी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के पास थी।

दरअसल, बीते 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर हादसे में जनरल रावत के निधन के बाद से सीडीएस का पद और सीडीएस कमेटी के चेयरमैन का भी पद खाली हो गया है। तीनों सेनाओं के चीफ में सीनियर मोस्ट होने की वजह से जनरल नरवणे को कमेटी के चेयरमैन की जिम्मेदारी मिली है। सेना के बाकी दोनों अंगों के चीफ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार इनसे जूनियर हैं।

यह भी पढ़ें: मीडिया के कैनवास से गायब हो रही है खोजी पत्रकारिता: CJI एनवी रमना

माना जा रहा है कि जनरल नरवणे को ही देश का अगला सीडीएस भी नियुक्त किया जाएगा। सीडीएस पद के गठन से पहले भी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कमेटी होता था। आमतौर पर तब भी तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ को इस कमेटी के अध्यक्ष का पदभार सौंपा जाता था। हालांकि, सीडीएस पद बनने के बाद कमेटी का चेयरमैन भी जनरल बिपिन रावत को ही बनाया गया था।

बता दें कि सीडीएस एक चार स्टार सैन्य अधिकारी होता है, जो शक्तिशाली चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (COSC) का चेयरमैन होता है, जिसमें तीनों सेना प्रमुख शामिल होते हैं। जब सरकार नए सीडीएस का ऐलान करेगी तो कमेटी के चेयरमैन का पद भी नए सीडीएस के पास चला जाएगा। यदि जनरल नरवणे को याद पद दिया जाता है तो वे देश के दूसरे सीडीएस होंगे। जनरल नरवणे ने 31 दिसंबर, 2019 को जनरल बिपिन रावत के उत्तराधिकारी के रूप में थल सेना अध्यक्ष का पदभार संभाला था। अप्रैल में वह रिटायर भी होने वाले हैं।