बेंगलुरु/नई दिल्ली। देश भर में आ रही ऑक्सीजन और अस्पतालों में बिस्तरों की कमी के खबरों के बीच कर्नाटक के बीदर के एक अस्पताल के बाहर की तस्वीर काफी भयभीत करने वाली है। बीदर के एक अस्पताल में बेड की कमी के चलते मरीज़ अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर सोने को मजबूर हैं। ये हालात बीदर के सबसे बड़े अस्पताल बिदर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के हैं। 

BRIMS में जब भर्ती होने के लिए कोरोना के एक मरीज़ को बिस्तर नहीं मिला। तब मरीज़ अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर ही लेट गया। जब अस्पताल के बाहर मरीज़ की इन तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर जगह बनाई तब जा कर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने सिर्फ इतना कहा कि बीदर के हालात सच में खराब हैं।

के सुधाकर ने कहा कि BRIMS ज़िले का सबसे बड़ा और नामचीन अस्पताल है। लेकिन वहां पर मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण बिस्तरों की कमी है। सुधाकर ने जल्द ही अस्पताल में बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया। बीदर में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 14 हज़ार के पार पहुंच चुकी है। बुधवार को ही ज़िले में कोरोना के 202 मामले सामने आए। 

कमोबेश बीदर जैसी ही स्थिति पूरे राज्य की है। कर्नाटक में कोरोना के एक्टिव केस दो लाख के पार पहुंच चुके हैं। भाजपा शासित राज्य के खुद मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने हाल ही में कहा था कि राज्य में हालात बेकाबू हो गए हैं। संकट इतना गहरा है कि अब राज्य के हर घर में कोरोना के मरीज़ हैं।