मुंबई। मुकेश अंबानी के घर के बार विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो मिलने और गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत के मामले में बीजेपी नेता राम कदम ने उद्धव सरकार पर हमला बोला है। बीजेपी नेता ने कहा है कि इस मामले की सच्चाई पता करने के लिए मुंबई पुलिस के गिरफ्तार अधिकारी सचिन वाझे का नार्को टेस्ट कराया जाना चाहिए। राम कदम ने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया है कि एंटीलिया मामले में उद्धव सरकार कुछ बड़े नामों को बचाना चाहती है। 

षडयंत्र के मुख्य आरोपी को दे दी जांच की ज़िम्मेदारी: राम कदम 

राम कदम राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने षडयंत्र में मुख्य आरोपी सचिन वाझे को ही पूरे मामले की जांच की ज़िम्मेदारी सौंप दी थी। राम कदम ने कहा है कि उद्धव सरकार ने यह सब एक सोची समझी रणनीति के तहत किया, ताकि वह इस मामले में कुछ बड़े नामों को बचा सके। राम कदम ने कहा कि यही एक कारण था, जिसके चलते उद्धव सरकार एक पुलिस अफसर को बचाने की कोशिश कर रही थी। 

राम कदम ने ट्वीट किया, 'देखो महाराष्ट्र सरकार की नौटंकी जो पूरे षड्यंत्रका प्रमुख आरोपी है, वही सचिन वाजे पूरे केस का जांच अधिकारी था। यह सबकुछ जानबूझकर था क्योंकि महाराष्ट्र सरकार कुछ बड़े नामों को बचाना चाहती थी ? वही कारण था पूरी सरकार एक साधारण अफसर को बचाने के पीछे पडी थी।' राम कदम ने आगे कहा, 'उद्धव सरकार सचिन वाझे का नार्को टेस्ट कराए यही हमारी मांग है।' 

मुंबई पुलिस के अफसर सचिन वाझे को राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने शनिवार रात को करीब 11 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है। वाझे पर मनसुख हिरेन की पत्नी विमला ने अपने पति की हत्या करने का आरोप लगाया है। 5 मार्च को मनसुख हिरेन की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में कोलाबा स्ट्रीट के पास मिली थी। मनसुख हिरेन की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक के साथ मिली स्कॉर्पियो की घटना से जोड़कर भी देखा जा रहा है।