नई दिल्ली। एशिया में सबसे ज़्यादा भ्रष्टाचारी किसी देश में रहते हैं तो वो भारत है। इस बात का खुलासा ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने किया है। इस संस्थान ने अपने एक सर्वे में खुलासा किया है कि एशिया भर में सबसे ज़्यादा रिश्वत दर भारत में है। संस्थान के मुताबिक भारत में सबसे ज़्यादा 39 फीसदी रिश्वत दर है जो कि अन्य ऐशियाई देशों के मुकाबले सबसे अधिक है। सर्वे के मुताबिक तकरीबन 47 फीसदी लोग मानते हैं कि भारत में भ्रष्टाचार बढ़ा है। 

यहां रेखांकित करने योग्य बात यह है कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट 'ग्लोबल करप्शन बैरोमीटर-एशिया' के नाम से जारी की है। इसमें 17 देशों के 20,000 लोगों से सवाल पूछे गए हैं। यह सर्वे जून और सितंबर के बीच किया गया। सर्वे में छह तरह की सरकारी सेवाएं शामिल की गई थीं। सर्वे में हर चार में से तीन लोगों ने माना कि उनके देश में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है।

 

46 फीसदी लोग निजी संपर्कों का उठाते हैं फायदा 

सर्वे के मुताबिक भारत में 46 फीसदी लोग अपना काम करवाने के लिए निजी संपर्कों का फायदा उठाते हैं। सर्वे के मुताबिक रिश्वत देने वाले करीब आधे लोगों से घूस मांगी गई है, वहीं निजी संपर्कों का इस्तेमाल करने वाले 32 फीसदी लोगों का कहना है कि अगर वे ऐसा ना करते तो उनका काम नहीं होता।

 

पुलिस के संपर्क में आए 42 फीसदी लोगों ने घूस दिया 

भारत में अमूमन रिश्वत देने की सबसे ज़्यादा आवश्यकता अगर कहीं पड़ती है तो वो पुलिस होती है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के मुताबिक भारत में जिन लोगों को सर्वे में शामिल किया गया, उनमें से पुलिस के संपर्क में आए 42 फीसदी लोगों ने रिश्वत दी। पहचान पत्र जैसे सरकारी दस्तावेज हासिल करने के लिए 41 फीसदी लोगों को घूस देनी पड़ी। रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया कि 63 फीसदी लोग भ्रष्टाचार की जानकारी देने में डरते हैं।हालांकि 63 फीसदी लोगों का मानना है कि सरकार भ्रष्टाचार से निपटने के लिए कदम उठा रही है।

भारत के बाद दूसरे नंबर पर कंबोडिया जहां भ्रष्टाचार सबसे ज़्यादा है। सर्वे के मुताबिक कंबोडिया में 37 फीसदी लोग रिश्वत देते हैं। इसके बाद भ्रष्टाचार की दर 30 फीसदी होने के साथ इंडोनेशिया तीसरे नंबर पर है। यहां रेखांकित करने योग्य बात यह है कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के सर्वे में भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को शामिल नहीं किया गया है। 

वहीं सबसे कम रिश्वतखोरी के दर वाले देशों की बात करें तो मालदीव और जापान में भ्रष्टाचार की दर सबसे कम है। इन दोनों देशों में मात्र दो फीसदी लोग ही ऐसा करते हैं।