कानपुर में एक शातिर दंपत्ति ने इजरायली वैज्ञानिकों द्वारा विकसित एक विशेष मशीन से उम्र घटाने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से 35 करोड़ रुपये की ठगी कर डाली। राजीव कुमार दुबे और उनकी पत्नी रश्मि दुबे ने 'रिवाइवल वर्ल्ड' के नाम से एक थेरेपी सेंटर खोला था। यहां दावा किया गया कि इस सेंटर पर ऑक्सीजन थेरेपी दी जाती है, जिससे 60 साल या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को केवल कुछ सेशन्स के बाद 25 साल का युवा बना दिया जाएगा।

दंपत्ति ने थेरेपी के लिए 10 सेशन का एक पैकेज 6000 रुपये में और तीन साल का विशेष पैकेज 90,000 रुपये में बेचा। यह ऑफर सुनकर कई बुजुर्ग लोग अपनी जवानी वापस पाने की उम्मीद में इस सेंटर से जुड़ गए। उन्हें एक प्रेशराइज चेंबर में पांच दिन तक शुद्ध ऑक्सीजन दी गई। आरोपियों ने दावा किया कि इस थैरेपी से उनकी उम्र कुछ ही महीनों में कम हो जाएगी।

हालांकि, जब समय बीता और लोगों ने कोई बदलाव महसूस नहीं किया, तो उन्हें इस ठगी का एहसास हुआ। कई पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिनमें स्वरूप नगर की निवासी रेनू सिंह चंदेल भी शामिल हैं। रेनू सिंह ने बताया कि उन्होंने इस योजना में कुल 10.75 लाख रुपये का निवेश किया था, जिसमें न केवल खुद के लिए थेरेपी पैकेज शामिल था, बल्कि अन्य लोगों को जोड़ने पर रिवॉर्ड और गिफ्ट्स का लालच भी दिया गया था।

आरोपियों ने पीड़ितों को यह भी बताया था कि मशीन इजरायल से 25 करोड़ रुपये में खरीदी गई है और वे इसे भारत में लाकर लोगों को फायदा पहुंचा रहे हैं। उन्होंने निवेश के अलग-अलग स्कीमों के तहत लोगों से लाखों रुपये वसूले। दंपत्ति का दावा था कि वे इस मशीन के जरिए न केवल उम्र घटा सकते हैं, बल्कि लोगों को व्यापार के अवसर भी दे रहे हैं।

जब ठगी का पर्दाफाश हुआ, तो यह सामने आया कि यह दंपत्ति पहले से ही लोगों से ठगकर विदेश भागने की योजना बना रहा था। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है और इस बात की भी जांच की जा रही है कि दंपत्ति ने कितने लोगों से ठगी की है। फिलहाल पुलिस आरोपी दंपत्ति को पकड़ने के लिए कोशिशें कर रही है, जबकि पीड़ितों को अपने पैसे वापस पाने की उम्मीद है।

यह मामला कानपुर में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि इस ठगी में कई बुजुर्ग लोग शामिल हैं जो अपनी उम्र को लेकर असुरक्षित थे और इस धोखाधड़ी का शिकार हो गए। पुलिस ने जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है और लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के दावों पर आंख बंद करके विश्वास न करें।