नई दिल्ली। त्यौहारी सीजन में कोरोना वायरस भी बेकाबू होने लगा है। दिल्ली में मरीजों की संख्या और मौत का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ रहा है। दिल्ली में हालत इतनी खराब है कि पहली बार यहां एक दिन में सौ से ज्यादा मौतें हुई हैं। गुरुवार को दिल्ली में कोरोना के 7,053 नए मामले सामने आए और 104 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले 16 जून को 93 मरीजों की मौत हुई थी।

दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों की कुल संख्या 4,67,028 हो गई है और मरने वालों का आकंड़ा 7,332 तक जा पहुंचा है। दिल्ली में बढ़ते लगातार मामलों को देखते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने भी केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि कोरोना के फैलाव को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि दिल्ली कोरोना के बढ़ते मामलों में महाराष्ट्र और केरल को भी पीछे छोड़ रही है। सीरो सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि दिल्ली में कोई भी घर संक्रमण से नहीं बचा।

प्रदूषण ने बढ़ाई दिल्ली की मुश्किलें

पहले से ही दिल्ली कोरोना की मार झेल रहा था वहीं अब बढ़ते प्रदूषण से भी दिल्ली को जंग लड़नी पड़ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि त्यौहारी सीजन में भीड़-भाड़ और ठहरा हुआ प्रदूषण दिल्ली में कोरोना के खतरे को ज्यादा बढ़ा सकता है। प्रदूषण ने दिल्ली की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। क्योंकि प्रदूषण की वजह से मौत के मामले बढ़ने का खतरा है और त्यौहार की भीड़ कोरोना वायरस की रफ्तार को बढ़ा सकती है। वहीं प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने पटाखों पर भी प्रतिबंध लगा दिया। माना जा रहा है कि अतिशबाजी नहीं होगी तो प्रदूषण का खतरा कम हो सकता है। अगर लोगों ने हर साल की तरह इस साल भी आतिशबाजी की तो एक बार फिर दिल्ली को गैस चैंबर में बदलने से कोई नहीं रोक सकता।