नई दिल्ली/ जयपुर। कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच कोरोना ने बच्चों पर आक्रमण करना शुरू कर दिया है। अकेले राजस्थान के डूंगरपुर में अब तक 325 बच्चों को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है। राजस्थान के ही दौसा में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं। दौसा में अब तक 341 बच्चों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। 

दौसा के यह आंकड़े 1 मई से 16 मई के बीच के हैं। महज़ 15 दिनों में इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के संक्रमित होने से चिंता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। क्योंकि कोरोना की जिस तीसरी लहर की आने की आशंका व्यक्त की जा रही है, उसमें बच्चों के ही कोरोना से संक्रमित होने का खतरा अधिक है। 

हालांकि कोरोना की पहली लहर ने भी 18 वर्ष की उम्र से कम के मरीजों को संक्रमित किया था। पहली लहर में देश भर में करीब 60 हज़ार से ज़्यादा बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए थे। इनमें 19 हज़ार से ज़्यादा बच्चे ऐसे थे जिनकी उम्र 10 वर्ष से कम थी। जबकि 11 से 18 की उम्र के 41 हज़ार से ज़्यादा बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए थे। 

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कोरोना की दूसरी लहर से भी बच्चे अछूते नहीं हैं। 1 मई से 16 मई के बीच महज़ 15 दिनों में 19 हज़ार से ज़्यादा बच्चे कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच यह आंकड़े चिंता बढ़ाने वाले इसलिए भी हैं क्योंकि इस समय देश के विभिन्न राज्यों में वैक्सीन की कमी होने की भी खबरें आ रही हैं। दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट भी केंद्र सरकार से तीसरी लहर की अभी से तैयारी करने की बात कह चुका है। क्योंकि तीसरी लहर बच्चों को अपना शिकार बनाने वाली है।