आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में एक शिक्षिका को डिजिटल अरेस्ट किया गया। उसके मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल कर ठगों ने बेटी को सेक्स रैकेट में फंसे होने की जानकारी दी। बेटी को छुड़वाने एवज में कॉलर ने एक लाख रुपये की मांग की। इस धमकी भरे कॉल से शिक्षिका की तबीयत इतनी खराब हो गई कि उसे हार्ट अटैक आ गया। अस्पताल ले जाते समय महिला शिक्षिका की मौत हो गई। डिजिटल अरेस्ट में मौत का यह देश में पहला मामला है।

आगरा के थाना जगदीश पूरा सुभाष नगर अलबतिया की रहने वालीं 58 साल की मालती वर्मा अछनेरा के राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल में शिक्षिका थीं। उनके परिवार में सरकारी जॉब से रिटायर्ड पति हैं। एक बेटा है, जिसकी शादी हो चुकी है। दो बेटियां हैं, जो पढ़ाई कर रही हैं। 30 सितंबर को जब वो स्कूल में बच्चों को पढ़ा रही थीं, तो उसी दौरान उनके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप कॉल आया। जिस नंबर से कॉल आया, उस पर पुलिस की वर्दी में फोटो लगा था।

उधर से आवाज आई कि आपकी बेटी को सेक्स रैकेट में पकड़ा गया है। अभी आप इस नंबर पर ऑनलाइन एक लाख रुपये भेज दोगे, तो आपकी बेटी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, उसको यहीं से छोड़ दिया जाएगा। इतना सुनते ही मालती वर्मा के होश उड़ गए... वह डिप्रेशन में आ गईं और उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। ऐसा कॉल एक बार नहीं, कई बार उनके पास आया, जिसकी वजह से वह डिजिटल अरेस्ट हो गईं।

बेटी के सेक्स रैकेट में पकड़े जाने की खबर से वो खुद को संभाल नहीं पाईं। इसके बाद उन्होंने अपने बेटे को सारी कहानी बताई, तो बेटे ने बहन से बात की, जो आगरा के कॉलेज में बी फार्मा कर रही है। बहन ने कहा कि वह तो कॉलेज में है, बेटे ने अपनी मां को कॉल किया और कहा कि घबराओ मत यह फर्जी कॉल था। बहन कॉलेज में पढ़ रही है, लेकिन मालती वर्मा दहशत में आ गई और वह उस घटना से उबर नहीं पाईं। उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही थी। वह किसी तरह घर पहुंचीं। घर पर भी वह खुद को संभाल नहीं पाई और सीने में दर्द की शिकायत बताने लगीं। ऐसे में परिवार के लोग उन्‍हें तुरंत आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

डिजिटल अरेस्ट से शिक्षिका की हार्ट अटैक से मौत की खबर, जब पुलिस को हुई, तो पुलिस उनके घर पहुंची और छानबीन की। सारी जानकारियां लेने के बाद पुलिस मालती वर्मा के मोबाइल पर आई कॉल्स की जांच कर रही है। परिवार के लोगों के प्राप्त जानकारी पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। आगरा लोहा मंडी के एसीपी मयंक तिवारी कहते हैं, 'डिजिटल अरेस्ट के नाम पर लगातार हो रही इस तरह की घटनाओ में बढ़ोतरी हो रहीं है। केवल जागरूकता और सतर्कता से ही इस तरह की घटनाओ से निपटा जा सकता है। ऐसे ठगों के नए-नए तरीकों से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए हमें डिजिटल दुनिया में सतर्क रहना होगा।'