लखनऊ। उत्तर प्रदेश बीजेपी में आया भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद योगी सरकार में एक अन्य मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। दारा सिंह चौहान ने अपना इस्तीफा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेज दिया है।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजे इस्तीफे में दारा सिंह चौहान ने अपने इस्तीफे का वही कारण बताया है, जो स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था। दारा सिंह चौहान ने राज्यपाल को भेजे अपने त्यागपत्र में कहा है कि उन्होंने बतौर मंत्री अपने दायित्वों पूरे लगन से निभाया, लेकिन योगी सरकार के शासन में दलितों, वंचितों, किसानों और बेराज़गार युवाओं को उपेक्षा के कारण वे मंत्री पद से इस्तीफा दे रहे हैं।

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इसके अलावा दारा सिंह चौहान ने आरक्षण को भी मसला उठाया। चौहान ने अपने त्यागपत्र में कहा कि पिछड़े, दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर वे मंत्रिमण्डल से अपना इस्तीफा दे रहे हैं।

48 घंटे के भीतर उत्तर प्रदेश बीजेपी का यह 6वां विकेट गिरा है। उत्तर प्रदेश बीजेपी के चार विधायक और दो मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं। मंगलवार को योगी सरकार में श्रम मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद से ही बीजेपी में इस्तीफों की झड़ी लगी हुई है। जिसका सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

उत्तर प्रदेश बीजेपी से सबसे पहले विधायक आरके शर्मा ने किनारा किया था। बदायूं की बिल्सी सीट से विधायक आरके शर्मा ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मंगलवार को श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार पर पिछड़ों और वंचितों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद से ही यूपी बीजेपी में इस्तीफों की झड़ी लग गयी। एक के बाद एक तीन विधायकों ने मंगलवार को ही पार्टी से किनारा कर लिया। मौर्य के इस्तीफे के बाद भगवती सागर, रोशन लाल वर्मा और ब्रजेश प्रजापति ने बीजेपी छोड़ दी।