नई दिल्ली। जंतर मंतर पर खुले मंच से ईसाइयों और मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान करने वाले व्यक्ति के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस ने भले ही अब तक कोई कार्रवाई न की हो लेकिन उसने इसे प्रसारित करने वाले मीडिया हाउस पर ज़रूर कार्रवाई कर दी है। दिल्ली पुलिस की साइबर शाखा ने मीडिया हाउस को नोटिस जारी करते हुए कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है। 



दिल्ली पुलिस की साइबर शाखा ने सीआरपीसी की धारा 149 के तहत मीडिया हाउस को नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि ऐसे पाया गया है कि संस्थान सोशल मीडिया का इस्तेमाल भड़काऊ व दुर्भावनापूर्ण पोस्ट कर रहा है। इसलिए दिल्ली पुलिस की साइबर शाखा उसके ख़िलाफ़ नोटिस जारी कर रही है। इतना ही नहीं, दिल्ली पुलिस ने संस्थान को जारी किए हुए नोटिस में आगे इस तरह के पोस्ट करने पर संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई करने की धमकी तक दे डाली है। 



दरअसल रविवार को बालाजी शिष्य मंडल द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर पर धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में एक धर्म संसद आयोजित की गई थी। इसकी अध्यक्षता करने वाले व्यक्ति ने खुले तौर कर ईसाई और मुस्लिमों के ख़िलाफ़ नरसंहार की अपील करते हुए कहा कि इस देश का बहुसंख्यक वर्ग ईसाइयों और मुसलमानों को कब मारेगा? 



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मॉलिटिक्स नामक संस्थान ने इसी कथन को अपने सोशल मीडिया पर प्रसारित किया था। जिसके बाद यह वीडियो वायरल हो गया था और लोग जल्द से जल्द भड़काऊ बयानबाज़ी करने वाले संत के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। लेकिन दिल्ली पुलिस की नज़र में कथित संत नहीं बल्कि विडियो प्रसारित करने वाला संस्थान ही लोगों की भावनाएं भड़का रहा था। 





दिल्ली पुलिस के नोटिस के जवाब में मॉलिटिक्स ने कहा है कि जंतर मंतर पर हुआ उसे रिपोर्ट करना उसकी ज़िम्मेदारी थी। अगर आगे भी ऐसी कोई घटना हुई तो वह उसे भी रिपोर्ट करेगा। संस्थान ने कहा कि उसे यह जानकर अच्छा लगा कि दिल्ली पुलिस भी हेट स्पीच के ख़िलाफ़ है।