ईसाई मुसलमानों को कब मारोगे, धर्म संसद से एक बार फिर किया गया नरसंहार का आह्वान
दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित हुई थी धर्म संसद, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में आयोजित इस धर्म संसद के अध्यक्ष ने खुले तौर पर ईसाई और मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान कर दिया

नई दिल्ली। रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित एक धर्म संसद में एक बार फिर बहुसंख्यक आबादी को मुस्लिमों और ईसाइयों के ख़िलाफ़ भड़काने के लिए बयानबाजी की गई। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में आयोजित इस धर्म संसद में मुस्लिम और ईसाई समुदाय के विरुद्ध जमकर ज़हर उगला गया। धर्म संसद के अध्यक्ष ने खुले तौर पर संसद में शामिल आए हुए लोगों को अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले लोगों को उकसा दिया।
यह धर्म संसद बालाजी धाम शिष्य मंडल द्वारा आयोजित की गई थी। इसकी अध्यक्षता कर रहे एक कथित संत ने खुले मंच से मुसलामानों और ईसाइयों के विरुद्ध ज़हर उगलना शुरू कर दिया।
भारत की राजधानी दिल्ली में नरसंहार की अपील करने वाले इन ख़ूँख़ार तालिबानियों को तुरंत गिरफ़्तार किया जाना चाहिए।
— Vinod Kapri (@vinodkapri) February 5, 2023
देश में आतंक और दहशत के बीज बोने वाले ये लोग ग़द्दार हैं , देशद्रोही हैं , संविधान विरोधी हैं। इन पर रासुका / UAPA लगना चाहिए। pic.twitter.com/aYMlx5aJ5y
महामंडलेश्वर ने कहा, ईसाइयों ने कहा काटो बांटो और राज करो, मुसलमानों ने कहा कि काटो और राज करो। अरे तुम लोग कब काटोगे? अरे ईसाई मुसलमानों को कब मारोगे? अरे तुम्हारे पास क्या है जो मारोगे? तुम्हारे पास तो बस चाकू, वह भी ऐसा चाकू जिससे सिर्फ सब्ज़ी काटी जा सकती है।
यह हेट स्पीच सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर एक तबका हेट स्पीच देने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहा है। इससे पहले भी आयोजित कई धर्म संसद में मुस्लिम नरसंहार की बात की जा चुकी है। लेकिन इस बार यह आह्वान कहीं और न ही बल्कि देश की राजधानी से किया गया है।
धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में आयोजित हुए इस धर्म संसद में रामचरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग की गई। इसके अलावा धीरेंद्र शास्त्री को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की गई। लेकिन उन्हें सुनने आए लोगों को असुरक्षा में डालने का आह्वान कर दिया गया।