नई दिल्ली। किसानों और मोदी सरकार के बीच विवादित कृषि कानूनों की वापसी पर सहमति भले ही न बन पाई हो, लेकिन गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकालने का मसला आज सुलझ गया। किसान नेताओं और दिल्ली पुलिस के बीच गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर ट्रैक्टर परेड निकालने के बारे में सहमति बनी गई है। इस सहमति के तहत किसान दिल्ली के बाहरी इलाकों में अलग-अलग 5 रूटों पर शांतिपूर्वक ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) निकालेंगे। किसानों की यह परेड कुल मिलाकर करीब 100 किलोमीटर का सफर तय करेगी। किसान नेताओं ने वादा किया है कि यह परेड पूरी तरह शांतिपूर्ण होगी।
किसानों की ट्रैक्टर परेड के बारे में सहमति आज पुलिस के साथ हुई एक बैठक में बनी। इस बैठक में दिल्ली के अलावा एनसीआर (NCR) के दूसरे इलाकों के पुलिस अफसर भी शामिल हुए। बैठक के दौरान पुलिस ने 26 जनवरी पर किसानों के ट्रैक्टर रैली निकालने की बात मान ली। किसान नेता दर्शन पाल ने पुलिस के साथ हुई बातचीत की जानकारी देते हुए कहा कि अब पुलिस हमें दिल्ली में ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) निकालने से नहीं रोकेगी। उन्होंने बताया कि किसान अलग-अलग पांच रूटों से अपनी परेड निकालेंगे। किसान नेता ने एक बार फिर भरोसा दिलाया कि किसानों की ट्रैक्टर परेड पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगी।
किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि ट्रैक्टर परेड करीब 100 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इसमें जितना समय लगेगा, वो दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परेड एतिहासक होगी जिसे दुनिया देखेगी। परेड के पूरे रूट और समय के बारे में विस्तृत जानकारी कल दी जाएगी। किसान नेता पहले भी कई बार साफ कर चुके हैं कि गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है, जिसका सभी किसान दिल से सम्मान करते हैं। लिहाजा इस मौके पर देश की राजधानी में होने वाली मुख्य परेड में किसी भी तरह का व्यवधान डालने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ करीब दो महीने से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर परेड निकालने का एलान काफी दिनों पहले किया था। लेकिन सरकार और पुलिस उन्हें इसके लिए इजाजत नहीं दे रही थी। किसानों के इस कार्यक्रम को रुकवाने के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। लेकिन कोर्ट ने इस मामले में दखल देने से इनकार करते हुए कहा था कि इस बारे में फैसला पुलिस को करना है।
गणतंत्र दिवस की इस ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए कई राज्यों के किसान दिल्ली आ रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता जोगेंद्र तालु ने शनिवार को दावा किया कि भिवानी जिले से पांच हजार ट्रैक्टर ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए दिल्ली आएंगे। इसी तरह की खबरें सोनीपत से भी आ रही हैं। किसान नेताओं ने कहा कि देश के अन्नदाता करीब दो महीने से ठंड के मौसम में सड़कों पर धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार अपनी ज़िद छोड़ने को तैयार नहीं है।