मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि एक दिन कराची भी भारत का हिस्सा होगा। फडणवीस के इस बयान पर चुटकी लेते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मोदी सरकार पहले पाकिस्तान के कब्ज़े वाला कश्मीर तो ले आए, कराची की बात तो बाद में करेंगे। दरअसल ये तमाम बयानबाज़ी मुंबई की एक दशकों पुरानी मिठाई की दुकान के नाम से शुरू हुई। 

मुंबई के बांद्रा में 'कराची स्वीट्स' नाम से एक बरसों पुरानी मिठाई की दुकान है। पहले खबर ये आई कि शिवसेना के एक स्थानीय कार्यकर्ता ने दुकानदार से उसका नाम बदलने को कहा है। शिवसेना के उस स्थानीय कार्यकर्ता का एक वीडियो भी वायरल हो गया था। इस वीडियो में वह कथित रूप से  'कराची स्वीट्स एंड बेकरी' के मालिक से कराची शब्द हटाने की बात कर रहे थे, क्योंकि कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर है। लेकिन शिवसेना ने कहा कि यह दुकान पचास-साठ साल से मुंबई का हिस्सा है। उसका नाम बदलने की कोई ज़रूरत नहीं है।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि कराची स्वीट्स एंड बेकरी मुंबई में पिछले 60 वर्षों से स्थित है और उसका पाकिस्तान से कोई लेना देना नहीं है। दुकान से नाम बदलने को कहने का कोई मतलब नहीं बनता है और नाम बदलने की मांग हमारी पार्टी का ऑफिसियल स्टैंड नहीं है। 

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इस विवाद में देवेंद्र फडणनीस को अपनी सियासी बयानबाज़ी चमकाने का सुनहरा मौका दिखाई देने लगा, जिसे उन्होंने फौरन लपक लिया। जोश में आकर उन्होंने यह दावा भी कर दिया कि एक दिन कराची भी भारत का हिस्सा होगा। बीजेपी नेता ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'हम अखंड भारत में यकीन रखते हैं। हम यह भी मानकर चलते हैं कि एक दिन कराची भारत का हिस्सा होगा।' फड़नवीस के इस बयान पर संजय राउत ने करारा तंज कसा है। शिवसेना नेता ने कहा, 'आप पहले POK को भारत में ले आइए, जिसे पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है। कराची तो हम बाद में चले जाएंगे।'

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एनसीपी नेता ने बीजेपी का साथ देने की रखी शर्त

एननसीपी नेता व महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक भी इस बयानबाज़ी का मज़ा ले रहे हैं। मलिक ने कहा कि वे तो पहले से कहते आए हैं कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और भारत को एक हो जाना चाहिए। अगर बर्लिन की दीवार ढहाई जा सकती है तो फिर ये तीनों देश एक साथ क्यों नहीं आ सकते?  उन्होंने कहा कि बीजेपी अगर तीनों देशों के विलय की पहल करती है, तो हम ज़रूर इसका स्वागत करेंगे।