नई दिल्ली। 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' के मुताबिक दुनिया में ज्यादातर मौत अधिक नमक खाने से होती है। हाल ही में 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' ने पहली बार नमक को लेकर ने एक रिपोर्ट पब्लिश की है। जिसमें साफ बताया गया है कि ज्यादा सोडियम खाने से यानी नमक खाने से क्या-क्या दिक्कत हो सकती है। रिपोर्ट से पता चलता है कि पूरी दुनिया में यह लक्ष्य निर्धारित किया गया है कि साल 2025 तक 30 प्रतिशत कम नमक खाने की मुहीम चलाई जाएगी।

सोडियम शरीर के लिए सबसे आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है, लेकिन इसकी अधिकता से हृदय रोग, स्ट्रोक और समय से पहले मौत का खतरा बढ़ सकता है। जबकि टेबल नमक सोडियम (सोडियम क्लोराइड) का मुख्य स्रोत है, यह पोषक तत्व सोडियम ग्लूटामेट जैसे अन्य मसालों में भी पाया जाता है।

डब्ल्यूएचओ की वैश्विक रिपोर्ट में कहा गया है कि लागत प्रभावी सोडियम कटौती नीतियों को लागू करने से 2030 तक दुनिया में 70 लाख लोगों की जान बचाई जा सकती है। हालांकि, केवल नौ देशों - ब्राजील, चिली, चेक गणराज्य, लिथुआनिया, मलेशिया, मैक्सिको, सऊदी अरब, स्पेन और उरुग्वे  ने ऐसा किया है। 

नमक कम खाने के लिए कुछ खास तरह के नियम बनाने बेहद जरूरी है। वैश्विक औसत नमक का सेवन प्रति दिन 10.8 ग्राम होने का अनुमान है, इसे कम कर हर दिन 5 ग्राम यानी एक चम्मच करने का विचार किया जा रहा है। क्योंकि अभी जो फिलहाल लोग जिस तरीके से नमक का प्रयोग कर रहे हैं वह 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' के हिसाब से दोगुना से भी अधिक है।