शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक ही परिवार के चार सदस्यों ने आत्महत्या कर ली। परिवार के आत्महत्या के पीछे आर्थिक तंगहाली को कारण माना जा रहा है। आत्महत्या करने वाले दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता पिछले काफी समय से कर्ज़ में डूबे हुए थे, जिस वजह से उनका पूरा परिवार तनाव से ग्रसित था। 

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दरअसल सोमवार को एक परिचित ने अखिलेश गुप्ता को दवा के लिए फोन लगाया। अखिलेश गुप्ता द्वारा फोन न उठाने पर व्यक्ति कच्चे कटर स्थित दवा व्यापारी के घर पहुंचा। लेकिन घर में दाखिल होने के बाद उसकी हालत खराब हो गई। चश्मदीद ने आनन फानन में पुलिस को सूचना दी।

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सूचना मिलने पर पुलिस जब अखिलेश गुप्ता के घर पहुंची तब घर के एक कमरे में अखिलेश के 12 वर्षीय बेटे शिवांग और दस वर्षीय बेटी हर्षिता शव फांसी के फंदे से लटका हुआ था। दूसरे कमरे में खुद 42 वर्षीय अखिलेश और उनकी पत्नी 39 वर्षीय रिशु गुप्ता का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला। पुलिस को घर से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें इस बात का ज़िक्र था कि अखिलेश के ऊपर काफी कर्ज था। कर्ज देने वाला व्यक्ति भी काफी समय से परेशान कर रहा था, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया।

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42 वर्षीय अखिलेश गुप्ता दवा से जुड़ा काम करते थे। पिछले 15 वर्षों से शाहजहांपुर में रहते थे। हाल ही में उन्होंने अपना मकान बनवाया था, जिस वजह से उनके जीवन भर की पूंजी मकान में चली गई थी। पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले को आत्महत्या मान कर चल रही है।