कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मिली करारी शिकस्त से बीजेपी का कुनबा जितने दुख में है, उससे ज़्यादा यह समय मुश्किल उन नेताओं के लिए है जो टीएमसी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गए। टीएमसी छोड़ने वाले ज़्यादातर नेता अब अपने फैसले पर पछता रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल पूर्व टीएमसी विधायक सोनाली गुहा का भी है। सोनाली गुहा ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख कर माफी मांगी है।

सोनाली गुहा ने कहा है कि जब विधानसभा चुनावों में टीएमसी ने उनका टिकट काट दिया तब भावुक होकर उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। बांग्ला भाषा में लिखे अपने पत्र में सोनाली ने कहा है कि मैं टूटे दिल के साथ यह लिख रही हूं कि मैंने एक भावनाओं में बहकर एक गलत पार्टी में शामिल होने का निर्णय कर लिया। लेकिन मैं वहां फिट नहीं बैठ पाई। 

सोनाली गुहा ने ममता से पत्र में कहा है कि जैसे एक मछली बिना पानी के जीवित नहीं रह सकती, वैसे ही मैं आपके बिना नहीं रह सकती दीदी। कृपया मुझे वापस आने की अनुमति दीजिए, ताकि मैं अपनी बाकी की ज़िन्दगी आपकी छत्रछाया में गुजार सकूं। सोनाली गुहा से जब एक अंग्रेज़ी न्यूज़ चैनल ने संपर्क किया तब पूर्व विधायक ने कहा कि उन्हें आज यह महसूस हो रहा है कि बीजेपी में शामिल होने का उनका निर्णय एकदम गलत साबित हुआ। सोनाली ने कहा कि वहां पर उन्होंने हमेशा उपेक्षित और असहाय महसूस किया। सोनाली ने कहा कि बीजेपी नेताओं ने ममता दीदी के खिलाफ बुरा बोलने के लिए मेरे इस्तेमाल करना चाहा, लेकिन मेरे से यह नहीं हो सकता। 

दरअसल चार बार की विधायक सोनाली गुहा को टीएमसी ने इस मर्तबा टिकट नहीं दिया था। जिसके बाद उन्होंने अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया था। सोनाली गुहा ने बीजेपी में शामिल होते समय यह कहा था कि वे बीजेपी को मजबूत करने हेतु काम करेंगी। लेकिन बीजेपी ने भी उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दिया। रही सही कसर विधानसभा चुनाव के परिणामों ने पूरी कर दी।