वैशाली। हाल ही में बिहार के भागलपुर में मिड-डे मील का खाना खाने से करीब 200 छात्र बीमार पड़ गए थे। छात्रों ने शिकायत भी की थी कि खाने में छिपकली मिली थी। इस पर प्रिंसिपल ने कथित रूप से छात्रों से कहा था कि छिपकली नहीं बैगन है, खा लो। अब वैशाली जिले से भी ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां मिड-डे मील में कीड़ा निकल गया। छात्रों ने प्रिंसिपल से शिकायत की। प्रिंसिपल ने जवाब दिया कि कीड़ों में विटामिन होता है चुपचाप खा लो।

मामला वैशाली के लालगंज में अततुल्लाहपुर मिडिल स्कूल का है। 12 नवंबर को जब छात्र मिड-डे मील खाने बैठे तो उन्होंने खाने में कीड़े की शिकायत की। लेकिन प्रिंसिपल मो मिसवाउद्दीन ने शिकायत को नजरअंदाज कर दिया। इतना ही नहीं तर्क दिया कि कीड़े विटामिन का श्रोत होते हैं।

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लेकिन ये बात तब बढ़ गई जब कुछ छात्रों ने कीड़े वाला खाना खाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद एक टीचर ने छात्रों की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। मारपीट के दौरान एक छात्रा का हाथ टूट गया। आनन-फानन में छात्रा को इंजेक्शन और दवा दी गई। बाद में जब परिजनों को इस बात की जानकारी मिली तो वे भड़क गए। छात्रा के परिजनों व अन्य लोगों ने स्कूल में आकर जमकर बवाल काटा।

ग्रामीणों के हंगामे की खबर सुनकर ब्लॉक शिक्षा पदाधिकारी परशुराम सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराया। परशुराम सिंह ने दोनों आरोपी शिक्षकों की ग्रामीणों के सामने जमकर क्लास लगाई। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि दोनों शिक्षकों के संबंध में विभाग को लिखा जाएगा जिसके बाद मामला शांत हो सका।

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सिंह ने छात्रों से बात की। छात्रा के टूटे हुए हाथ की मेडिकल रिपोर्ट भी देखी। उन्होंने कहा कि बच्ची का सही तरीके से इलाज करवाया जाएगा। जांच टीम ने मामले की गंभीर बताया और कहा कि अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो कार्रवाई की जाएगी।