प्रतपागढ़। रविवार देर रात उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत हो गई। कथित तौर पर सुलभ श्रीवास्तव की मौत सड़क दुर्घटना में हुई है। लेकिन पत्रकार की मौत में हत्या का एंगल भी सामने निकल कर आ रहा है। खास बात यह है कि एक दिन पहले ही पत्रकार ने शराब माफियाओं द्वारा अपनी हत्या की आशंका जताई थी। 

बीती रात को सुलभ श्रीवास्तव का शव प्रतापगढ़ के कटरा मेदनीगंज में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। सुलभ श्रीवास्तव शाम को लालगंज से एक खबर को कवर कर वापस लौट रहे थे। इस दौरान उनके कुछ साथी भी उनके साथ मौजूद थे। वापसी के समय रास्ते में उनके साथी आगे निकल आए। लेकिन जब पत्रकार के साथियों ने देखा कि सुलभ श्रीवास्तव पीछे छूट गए हैं, इसलिए उन्होंने अपनी बाइक मोड़ी और पीछे चले गए। 

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थोड़ी ही दूर पीछे जाने के बाद सुलभ श्रीवास्तव अचेत अवस्था में पड़े हुए थे। सुलभ के सिर पर चोट आई हुई थी। सुलभ मृत्यु की आगोश में समा चुके थे। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस प्रथम दृष्टया सड़क दुर्घटना मान रही है। पुलिस का कहना है कि बारिश होने की वजह से सुलभ श्रीवास्तव की बाइक फिसली, जिसके बाद वे दुर्घटना के शिकार हो गए। हालांकि पुलिस का कहना है कि मृतक की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही वो किसी खास नतीजे पर पहुंच सकेगी।

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लेकिन सुलभ श्रीवास्तव की मौत को महज एक दुर्घटना मानने के इतर पत्रकार की हत्या की जाने के दावे किए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि खुद पत्रकार ने महज एक दिन पहले अपनी हत्या की आशंका जताई थी। सुलभ श्रीवास्तव ने पुलिस अधिकारियों से कहा था कि क्षेत्र में सक्रिय शराब माफिया किसी भी समय उनकी हत्या करा सकता है। इसके लिए सुलभ श्रीवास्तव ने प्रयागराज के एडीजी को पत्र भी लिखा था।