कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ बर्बर हिंसा और बलात्कार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हाथरस, बलरामपुर और भदोही के बाद प्रदेश के कानपुर देहात जिले में एक ऐसी ही घटना ही सामने आई है। जिले के गहोलिया गांव में पुलिस को एक 15 वर्षीय दलित किशोरी का शव चार टुकड़ों में मिला है। परिवार ने हत्या से पहले बलात्कार की आशंका जताई है और मामले में किशोरी के दो सगे चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इसे पारिवारिक झगड़े से जुड़ा मामला बताया है। 

दूसरी तरफ इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। नाबालिग किशोरी के परिजनों ने 26 सितंबर को जिले के रूरा थाने में बच्ची की गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सात ही परिजनों ने बताया कि उन्होंने पुलिस से बच्ची की हत्या और बलात्कार की आशंका जताई थी। लेकिन रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और अब खेत में छत विछत शव मिलने के बाद उसे होश आया है। 

फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल से सबूत लेकर जा चुकी है। इस पूरी घटना को लेकर एक तरफ जहां लोग डरे हुए हैं, वहीं उनमें आक्रोश भी है। इसे देखते हुए इलाके में पुलिस बल की तैनाती की गई है। 

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दरअसल, गहोलिया में सुबह खेतों पर काम करने गए कुछ लोगों को बाजरे के खेत में अलग-अलग टुकड़ों में पड़ा हुआ एक शव दिखा। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़िता के परिवार को शिनाख्त के लिए बुलाया। पीड़िता के पिता ने कपड़ों के सहारे उसकी पहचान की। पीड़िता के पिता ने इस मामले में पांच लोगों पर आरोप लगाया है।