कानपुर । आठ पुलिसवालों की हत्या के आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश में पुलिस की 40 टीमें जुटी हैं। पुलिस की एक टीम ने मंगलवार को विकास दुबे के पुश्तैनी घर पर छापा मारा। ये घर कानपुर के बिकरू गांव में है। छापे में पुलिस को उसके घर से कई बम मिले हैं। पुलिस ने इसस  पहले बिकरू में ही विकास दुबे के घर को भी जमींदोज कर दिया था। विकास के घर से पुलिस ने हथियार भी बरामद किए थे।

पुलिस टीम ने विकास के घर के मलबे की जांच की। मलबे से कई फर्जी आईडी और बम मिले हैं। फर्जी आईडी का इस्तेमाल विकास जमीनों की खरीद-फरोख्त में करता था। बिकरू गांव में विकास के पुश्तैनी में हथियारों का अड्डा पुलिस के हाथ लगा। पुलिस को इस छापे में घर से कई सारे देसी बम मिले हैं। इन बमों के पुलिस ने पानी में डालकर डिफ्यूज कर दिया है।

विकास ने अपने गुर्गों, रिश्तेदारों और नौकर-नौकरानी के नाम से कई चल और अचल संपत्तियां खरीद रखी थीं। पुलिस की जांच के दायरे में अब बैंक और फाइनेंस कंपनियां भी आ रही हैं। वहीं इस मामले की जांच का जिम्मा अब लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह  को सौंप दिया गया है। इससे पहले ये जांच स्पेशल टास्क फोर्स को दी गई थी। लेकिन मुठभेड़ में शहीद हुई सीओ देवेंद्र मिश्रा के परिवार ने इस पर सवाल उठाया था। अब लखनऊ रेंज की आईजी पुलिस और विकास दुबे के बीच सांठगांठ की जांच करेंगी।

पुलिस फिलहाल आरोपी विकास दुबे की तलाश में जुटी है। घटना के 4 दिन से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। वहीं चौबेपुर थाने के 3 पुलिसकर्मियों पर संदेह के बाद निलंबित कर दिया गया है।  जबकि इस थाने के प्रभारी विनय तिवारी को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।

एसएसपी अनंत देव ने कोई कार्रवाई नहीं की

शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा की बेटी ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग पुलिस को सौंपी है। कानपुर में बिल्लौर के शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र के मोबाइल में मिली रिकॉर्डिंग में साफ पता चल रहा है कि उन्होंने चौबेपुर के दरोगा विनय तिवारी की शिकायत एसएसपी अनंत देव से की थी। लेकिन एसएसपी अनंत देव ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। यह ऑडियो शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र की बेटी वैष्णवी मिश्र ने वर्तमान एसएसपी दिनेश कुमार पी को सौंपी है। 

विकास दुबे पर अब तक ढाई लाख रु. का इनाम घोषित किया जा चुका है। यूपी एसटीएफ और कानपुर मंडल की 40 टीमें उसकी तलाश में लगी हैं।