बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने प्रचंड जीत दर्ज की है। कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत परको लेकर दिल्ली और कर्नाटक समेत देशभर के कांग्रेस दफ्तरों में जश्न मनाया जा रहा है। उधर, बीजेपी ने हार स्वीकार कर ली है। खास बात ये है कि सत्ताधारी दल के 12 मंत्री ऐसे हैं जो अपनी सीट तक नहीं बचा सके।

हार का सामना करने वाले भाजपा मंत्रियों में 'मुधोला विधानसभा सीट से गोविंदा करजोला, बेल्लारी ग्रामीण सीट से श्रीरामुलु, वरुणा और चामराजनगर से
वी सोमन्ना, चिक्कनायकनहल्ली से जेसी मधुस्वामी, बाइलागी से मुरुगेश निरानी, हिरेकेरुरु सीट से बीसी पाटिल, चिक्काबल्लापुर से डॉ. के. सुधाकर, होसकोटे से एमटीबी नागराज,  केआर पेट से नारायणगौड़ा,  तिपातुर से बीसी नागेश, येलबुर्गा से हलप्पा अचार और नवलगुंडा शंकर मुनेकोप्पा शामिल हैं।

यह भी पढ़ें: BJP की नकारात्मक राजनीति का अंतकाल शुरू, कर्नाटक में कांग्रेस की प्रचंड जीत पर बोले अखिलेश

बीजेपी ने चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है। सीएम बोम्मई ने कहा कि हम मंजिल तक नहीं पहुंच पाए। बीएस येदियुरप्पा ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि, 'हार-जीत भाजपा के लिए बड़ी बात नहीं है। कार्यकर्ताओं को दुखी होने की जरूरत नहीं है। हम अपनी हार पर पुनर्विचार करेंगे। हम जनता के फैसले का सम्मान करते हैं।'

कांग्रेस पार्टी को प्रचंड बहुमत मिलने से अभिभूत कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार शनिवार को जेल में बिताए अपने समय को याद करते हुए भावुक हो गए। बोलते-बोलते खुशी के आंसू छलक आए। शिवकुमार ने वह पल याद किया, जब उन्हें जेल भेजा गया था। उनकी आंखों में आंसू आ गए और गला रुंध गया। उन्होंने कहा, 'मैं भूल नहीं सकता जब सोनिया गांधी मुझसे जेल में मिलने आई थी तब मैंने पद पर रहने के बजाय जेल में रहना चुना, पार्टी को मुझपर इतना भरोसा था।'

बता दें कि कर्नाटक में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस शनिवार को जारी मतगणना के परिणाम के अनुसार 113 के जादुई आंकड़े को पार कर चुकी है। कांग्रेस राज्य में अपने दम पर सरकार बनाती नजर आ रही है। अब तक के परिणाम में कांग्रेस 129 सीट पर जीत चुकी है और 9 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं बीजेपी ने 61 सीटों पर जीत हासिल की है और 3 सीट पर आगे चल रही है।