मुम्बई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों को गुमराह करके एकत्रित करने के आरोप में मुम्बई पुलिस ने विनय दुबे नाम के एक शख्स को गिरफ़्तार किया है। इसके अलावा इस मामले में एक टीवी पत्रकार पर भी मामला दर्ज करके उसे हिरासत में लिया गया है। इस पत्रकार पर आरोप है कि भारतीय रेल मंत्रालय के एक कथित आंतरिक नोट के हवाले से खबर चलाई थी कि लॉक डाउन में फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए रेल मंत्रालय जन साधारण ट्रेन चलाने जा रहा है। बांद्रा में भीड़ इकट्ठा होने के मामले में एपिडेमिक एक्ट की धारा 3 और आईपीसी की धारा 143, 147, 149, 186 और 188 के तहत 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया है।

दरअसल, कोरोना वायरस के चलते कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश मे लागू लॉक डाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की थी। इसके कुछ ही घण्टे बाद बांद्रा रेलवे स्टेशन और सैकड़ों की संख्या में लोग अपने घर जाने की आस में इकट्ठा हो गए। प्रशासन ने तुरंत हल्का बल प्रयोग के लोगों को वहां से हटाया। जांच में पता चला कि सोशल मीडिया के जरिये इन लोगों को इकट्ठा किया गया था। पिछले कुछ दिनों से विनय दुबे सोशल मीडिया पर चलो गांव की ओर नाम से अभियान चला रहा था। फेसबुक और ट्विटर पर विनय इस संबंध में पोस्ट कर रहा था कि लॉक डाउन में फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए 14 अप्रैल के बाद सरकार ट्रेन चलाने वाली है। कल 21 दिन के लॉक डाउन का आखिरी दिन था। ऐसे में ट्रेन चलने की उम्मीद में कल लोग बांद्रा स्टेशन और जमा हो गए। विनय ने अपने कई पोस्ट में केंद्र और उत्तर भारत की राज्य सरकारों को चेतावनी भी दी थी कि लॉक डाउन में फंसे लोगों के लिए उचित प्रबंध नहीं किये जाने पर वह आंदोलन करेगा। अब मुम्बई पुलिस ने मजदूरों को गुमराह करने के आरोप में विनय पर महामारी एक्ट के साथ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है। स्थानीय कोर्ट में पेश करने पर अदालत ने उसे 21 अप्रैल तक हिरासत में भेज दिया है।