मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को न्यायिक हिरासत में चल रहे अर्णब गोस्वामी के स्वास्थ्य और उनके परिवार की चिंता हो रही है। राज्यपाल ने अदालत में चल रहे इस मामले में सीधे दखल देते हुए महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख से फोन पर बात की है। इस बात की जानकारी खुद राज्यपाल के कार्यालय ने सोमवार को बयान जारी करके दी है।

राज्यपाल के ऑफिस की तरफ से जारी बयान में बताया गया है, 'राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गृहमंत्री अनिल देशमुख से अर्णब गोस्वामी को परिवार से मिलने की अनुमति देने को कहा है। उन्होंने अर्णब की सेहत और सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की है।' बता दें कि अर्नब को रविवार को उस वक्त तलोजा जले में शिफ्ट करने का फैसला किया गया, जब वे अपना फोन जब्त किए जाने के बावजूद बिना इजाजत किसी और का मोबाइल इस्तेमाल करते पाए गए थे।

बता दें कि इसके पहले रिपब्लिक ने अर्णब का एक वीडियो शेयर किया था जिसमें वह कह रहे थे कि मेरी जिंदगी खतरे में है और मुझे वकीलों से बात करने नहीं दिया जा रहा है। अर्णब ने अपने साथ मारपीट किए जाने और घसीटे जाने का आरोप भी लगाया था। वीडियो में अर्णब ने कहा था कि प्लीज देश के लोगों को बताइए कि मेरी जिंदगी खतरे में है। मैं चाहता हूं सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दखल दे। मैं चाहता हूं सुप्रीम कोर्ट मेरी मदद करे।'

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अर्णब गोस्वामी खुदकुशी के लिए उकसाने के केस में न्यायिक हिरासत में है। सोमवार को उनकी अंतरिम ज़मानत की अर्जी बॉम्बे हाईकोर्ट में खारिज हो चुकी है। अर्णब को दो साल पहले हुई दो आत्महत्याओं के मामले में गिरफ्तार किया गया है। 

साल 2018 में 53 साल के इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाईक ने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था, जो कथित रूप से अन्वय ने लिखा था। इस सुसाइड नोट में लिखा था कि अर्णब गोस्वामी और दो अन्य लोगों ने उनके 5 करोड़ 40 लाख रुपए हड़प लिए हैं, जिसकी वजह से आर्थिक तंगी का सामना करते हुए उन्हें आत्महत्या का कदम उठाना पड़ रहा है। पिछले दो वर्षों में अर्णब के खिलाफ कोई कार्रवाई ना होने की शिकायत करते हुए अन्वय नाइक की पत्नी और बेटी लगातार इंसाफ की गुहार लगाती रही हैं। अर्णब की गिरफ्तारी के बाद हो रही कानूनी कार्रवाई का दोनों ने स्वागत किया है।