राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधकर अपने दर्द का बयान किया है। राजस्थान के BSP MLA के Congress में शामिल होने से ख़फा BSP प्रमुख मायावती ने कहा है कि राज्यपाल कलराज मिश्र को राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि गहलोत ने पहले बसपा के विधायकों को ‘दगाबाजी करके’ कांग्रेस में शामिल कराया और अब फोन टैपिंग कराकर असंवैधानिक काम किया है।



मायावती ने ट्वीट किया, ‘‘जैसा कि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बसपा के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टैप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है।’’





उन्होंने कहा, ‘‘ इस प्रकार, राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठापठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।’’



राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में बसपा के 6 विधायक जीते थे। सरकार गठन के समय बीएसपी ने राज्य में कांग्रेस को समर्थन दिया था। बाद में ये सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। हाल ही में मायावती ने इन विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी।