नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि अमृतकाल की शुरुआत में यह भवन बना है, यहां एक भारत, श्रेष्ठ भारत की महक भी है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद होगा। ऐसी नीतियां जो आज़ादी के अमृत काल में विकसित भारत का निर्माण करेंगी।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, 'दुनिया भर में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है। पिछला वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि वाला रहा है। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म को सरकार ने लगातार जारी रखा है। नारी शक्ति अधिनियम पारित करने के लिए मैं सदस्यों का अभिवादन करती हूं, यह मेरी सरकार के महिला नीत विकास के संकल्प को मजबूत करता है। राम मंदिर के निर्माण की अकांक्षा सदियों से थी, आज यह सच हो चुकी है।'

राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने अपने अभिभाषण में आगे कहा कि मेरी सरकार परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है, इस दिशा में सख्ती लाने के लिए नया कानून बनाने का निर्णय लिया गया है। हम बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे हैं, (लेकिन) जीवन में पहली बार बड़े स्तर पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं, मेरी सरकार के कार्यकाल में करीब 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं। बीते दशक में सरकार ने सुशासन और पारदर्शिता को हर व्यवस्था का आधार बनाया है।

उन्होंने आगे कहा, 'बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है। भारत सबसे तेजी से विकसित होती बड़ी अर्थव्यवस्था बना। लगातार दो तिमाही से भारत की विकास दर 7.5% से ज्यादा रही है...भारत को अपना सबसे बड़ा समुद्री पुल अटल सेतु मिला। भारत को अपनी पहली नमो भारत ट्रेन और पहली अमृत भारत…. पहले मुद्रास्फीति की दर दहाई अंकों में हुआ करती थी, अब 4 प्रतिशत है। बीते वर्षों में विश्व ने दो बड़े युद्ध देखे और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना किया। ऐसे वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा, सामान्य भारतीय का बोझ नहीं बढ़ने दिया।'

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज दुनिया के कुल रियल टाइम डिजिटल लेनदेन का 46 प्रतिशत भारत में होता है। पिछले महीने UPI से रिकॉर्ड 1200 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं। इसके तहत 18 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लेन-देन हुआ है। विकसित भारत की भव्य इमारत चार स्तंभो- युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान और गरीब पर खड़ी होगी, इन चार स्तंभों को सशक्त करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है।